बांदा/नोएडा : महोबा में कोरोना वायरस से संक्रमित एक बैंक कर्मचारी की झांसी में इलाज के दौरान बृहस्पतिवार को मौत हो गयी. चित्रकूटधाम मंडल बांदा के आयुक्त गौरव दयाल ने बताया, ‘‘महोबा जिला मुख्यालय के सुभाषनगर निवासी बैंक कर्मचारी (35) को लिवर (यकृत) की बीमारी के चलते महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में 10 मई को भर्ती करवाया गया. कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच में बुधवार, 13 मई को उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई.” उन्होंने बताया, मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन इलाज के दौरान बृहस्पतिवार को उसकी मौत हो गयी.”
आयुक्त ने बताया, रणविजय की मौत के के बाद महोबा जिला प्रशासन को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं. कोविड-19 से महोबा में यह पहली मौत है. इससे पहले दो स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे, लेकिन इलाज के बाद दोनों संक्रमण मुक्त हो गये हैं.
शाहजहांपुर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का एक नया मामला सामने आया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव गुप्ता ने ‘भाषा’ को बताया कि संक्रमित युवक मुंबई से एक ट्रक पर सवार होकर नौ मई को कानपुर आया था और उसके बाद बस से गुरसहायगंज तथा फिर पैदल ही शाहजहांपुर पहुंच गया. उन्होंने बताया कि युवक का नमूना जांच के लिए 12 मई को लिया गया था. बुधवार रात उसकी रिपोर्ट आयी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई. युवक को रात में ही बरेली के अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है.
गुप्ता ने बताया कि युवक के परिवार वालों को शाहजहांपुर मेडिकल कालेज में पृथक-वास में रखा गया है. सीएमओ ने बताया कि युवक के घर के एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया है. हर संदिग्ध के नमूने लिये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले तबलीगी जमात का एक सदस्य कोरोना वायरस संक्रमित मिला था, जो उपचार के बाद ठीक हो गया था. UP में कोरोना संक्रमण से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 18 मरीज उपचार के बाद ठीक हो गये और उन्हें बृहस्पतिवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी. अस्पताल के निदेशक तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इन लोगों को तालियां बजाकर विदा किया. राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) के निदेशक ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 18 मरीजों को आज ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गयी.
उन्होंने बताया कि चार नवजात बच्चों को भी आज घर भेजा गया जिनकी माताएं कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुई थीं तथा अस्पताल में उपचार के दौरान ही इन बच्चों का जन्म हुआ था. डॉ. गुप्ता ने बताया कि अब तक कोविड-19 से संक्रमित छह महिलाओं का अस्पताल में प्रसव हुआ है. उन्होंने बताया कि कोरोना संदिग्ध छह अन्य महिलाओं का भी प्रसव अस्पताल में हुआ है. उनकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है. उन्होंने बताया कि जिम्स अस्पताल से कोविड-19 के अब तक 50 से ज्यादा मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. यहां अब तक दो मरीजों की उपचार के दौरान मौत हुई है.