लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को गाजियाबाद से बीजेपी पर करारा हमला बोला है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह सरकार शिक्षा नहीं दे पायी तो.. तमंचा बोल रही है. स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं तो.. तमंचा बोल रहे हैं. इनसे पूछो कि आपने वादा किया था कि पढ़ाई सस्ती होगी तो बोलेंगे तमंचा, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नहीं कर पाए तो.. तमंचा, नदियां साफ नहीं कर पाए तो.. तमंचा. यह इसलिये ऐसा बोल रहे हैं कि एक कहावत है अंग्रेजी की ‘ओल्ड हैबिट डाई हार्ड यानी कि पुरानी आदतें जल्दी जाती नहीं हैं.’
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार विकास नहीं करती है. उसी का परिणाम है कि आपके शहर गंदे हैं. लखनऊ जैसी राजधानी से समाजवादियों का काम हटा दो तो क्या मिलेगा वहां? इसी शहर में नेताजी आये थे तो मेट्रो का शिलान्यास किया था. मैं जब इस शहर में घुसा हूं तो देखा कि साइकिल ट्रैक बर्बाद हो गये हैं. बताओ साइिकल वाला कहां चलेगा.
अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि बीजेपी वाले बताएं यहां पर एक ऑटो वाले को पुलिस ने पीट-पीटकर मार दिया था. क्या उसकी सरकार ने सहायता की? पुलिस वालों को जेल भेजा. देश में महंगाई का हाल क्या है? दाल महंगी, आटा महंगा, खाने के तेल महंगे. उन्होंने कहा कि परिवार की महिला समझती है कि इस सरकार की महंगाई की वजह से संकट आ गया है. इसीलिये इस सरकार से पूछोगे कि पढ़ाई सस्ती करोगे तो कहेगी..तमंचा, महंगाई पर बात करोगे तो कहेगी..तमंचा, बेरोजगारी पर बात करोगे तो कहेगी..तमंचा.
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सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मीडिया कर्मियों से कहा कि निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी से सीधा मुकाबला है. समाजवादियों को सरकार से लड़ना है. डीएम-एसपी से लड़ना है. बीजेपी के पैसे से लड़ना है. इनके टीवी चैनलों से लड़ना है. सोचो कितना कड़ा मुकाबला है. एनकाउंटर पर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि “एनकाउंटर जाति – धर्म के आधार पर और कानून की धज्जियां उड़ा कर हो रहा है.”