लखनऊ : प्रयागराज पुलिस ने अब डेटा माइनिंग विशेषज्ञों को बुलाया है. डेटा माइनिंग विशेषज्ञ मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद के अवैध और बेनामी संपत्तियों के साम्राज्य की पहचान करने के लिए मैनुअल और तकनीकी खुफिया विशेषज्ञों के साथ काम करेंगे. अतीक के गिरोह और नेटवर्क को पुनर्जीवित करने के लिए किसी भी गतिविधि की पहचान करने और उस पर लगाम लगाने के लिए विशेषज्ञ पुलिस की एक टीम अतीक के सहयोगियों और समर्थकों के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रख रही है.गौरतलब है कि सफेदपोश समेत तीन दर्जन से अधिक लोग पुलिस की जांच के घेरे में हैं. अतीक की बेनामी संपत्तियों की पहचान करने के लिए गठित टास्क फोर्स ने अब तक चार रियल एस्टेट कारोबारियों से पूछताछ की है, जिसके बाद कुछ नए लोगों के नाम सामने आए हैं जो माफिया भाइयों के संपर्क में थे.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अतीक ने अन्य रियल एस्टेट एजेंटों और बिल्डरों की परियोजनाओं में भी निवेश किया है. पिछले कई वर्षों के दौरान अतीक और उसके रिश्तेदारों के खातों में कई बैंक लेनदेन हुए होंगे.इसके अलावा, अतीक और उसके करीबी सहयोगियों से संबंधित फर्मों द्वारा भी आईटी रिटर्न दाखिल किया गया होगा. अन्य बैंक खातों में प्राप्त और स्थानांतरित किए गए नकद लेनदेन का पता लगाने के लिए डेटा माइनिंग विशेषज्ञों और विशेष सॉफ्टवेयर की मदद ली जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि विशेषज्ञ अतीक, उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों के बैंक खाते के विवरण का विश्लेषण कर रहे हैं.
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डीसीपी सिटी दीपक भूकर इस बारे में बताते हैं कि अतीक की संपत्तियों के बारे में मैन्युअल तरीके से जानकारी जुटाने के अलावा तकनीकी विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है. अतीक की बेनामी संपत्तियों के बारे में सुराग और जानकारी इकट्ठा करने के लिए विशेषज्ञ बैंक खाते के विवरण, कॉल विवरण, आईटी रिकॉर्ड आदि का विश्लेषण कर रहे हैं.हाल ही में एक सफलता में पुलिस को अतीक की एनसीआर क्षेत्र में कई करोड़ की संपत्ति के बारे में पता चला. उन्होंने कहा कि प्रयागराज पुलिस एनसीआर क्षेत्र के अधिकारियों के संपर्क में है.