बरेली. उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस को माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी की रिमांड सोमवार को कोर्ट से मिल गई है. बरेली शहर से मेयर का चुनाव लड़ने वाले लल्ला गद्दी को 28 मार्च यानी मंगलवार की सुबह कस्टडी रिमांड पर लेगी. उससे 28, 29 और 30 मार्च को पूछताछ होगी. इसमें अशरफ के कई राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. सोमावार को बरेली में अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी की कस्टडी रिमांड पर विशेष अदालत में सुनवाई की गई. विशेष अदालत में आरोपी लल्ला गद्दी को पेश किया गया.
पुलिस ने तीन दिन की कस्टडी रिमांड की मांग कर विशेष अदालत से स्वीकृत करने का अनुरोध किया. हालांकि, लल्ला गद्दी के वकील ने पुलिस कस्टडी रिमांड को गैर जरूरी बताकर विरोध किया. मगर, न्यायधीश ने दोनों पक्ष सुनने के बाद अदालत ने कुछ देर को फैसला सुरक्षित कर लिया. इसके बाद शाम चार बजे के बाद तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की अनुमति दी. बसपा विधायक राजू पाल के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पूर्व प्रयागराज में हत्या हो गई थी. उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली जेल में बंद अशरफ से जुड़ने की उम्मीद जताई जा रही थी. जेल में अशरफ के गुर्गे बिना पर्ची के मुलाकात करते थे. इनमें बारादरी थाना इलाके के चक महमूद निवासी लल्ला गद्दी भी शामिल था.
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इस मामले में अशरफ, उसके साले सद्दाम, लल्ला गद्दी समेत कई लोगों पर बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा दर्ज होने के बाद लल्ला गद्दी फरार हो गया. मगर, एसओजी की टीम ने 20 मार्च की रात सेटेलाइट बस अड्डे से नाटकीय तरीके से लल्ला गद्दी को पकड़ा था. इसके अगले दिन पुलिस ने लल्ला गद्दी को जेल भेज दिया था. पुलिस ने लल्ला गद्दी को रिमांड पर ले लिया है. मंगलवार से अशरफ से जुड़े राज उगलवाने को पुलिस लल्ला गद्दी से पूछताछ करेगी. लल्ला गद्दी के खिलाफ बारादरी थाने में छेडछाड़, पॉक्सो एक्ट और मारपीट जैसे मुकदमे पहले दर्ज हो चुके हैं. उसने अपने भी कई गुर्गे बना रखे थे. माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को सोमवार को बरेली की जिला जेल से प्रयागराज जेल में शिफ्ट किया गया. अशरफ ढाई वर्ष से बरेली जेल में बंद था.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली