बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में नगर निकाय चुनाव 2023 का मतदान 11 मई को है. मगर, चुनाव प्रचार 9 मई की शाम 6:00 बजे से बंद हो जाएगा. जिसके चलते शहर से लेकर देहात तक शराब की दुकानों पर बिक्री उसी दिन बंद हो जाएगी. शराब की दुकान बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है.
प्रशासन ने आबकारी अनुज्ञापन में 9 मई की शाम 6:00 बजे से 11 मई को मतदान समाप्त होने तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही 13 मई को होने वाली मतगणना के दौरान भी शराब की दुकानें बंद रहेंगी. इस बंदी का कोई प्रतिफल देया नहीं है.आबकारी अनुज्ञापन में देशी अंग्रेजी शराब, बीयर मॉडल शॉप, भांग की दुकान, बार, सैन्य कैंटीन, डिमेचर्ड स्प्रिट एवं अन्य सभी नशीले पदार्थ शामिल हैं. चोरी-छिपे शराब की बिक्री होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. हालांकि बरेली में शराब की खपत हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड से होने की सूचना है. पिछले दिनों सीबीगंज थाना पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर बड़ी संख्या में हरियाणा की अवैध शराब पकड़ी थी. यह शराब भूसे के ट्रक में रखकर बरेली लाई जा रही थी. इसमें 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
नगर निकाय चुनाव में नगर निगम से लेकर नगर पालिका और नगर पंचायतों में जमकर शराब परोसी जा रही है. मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्याशियों ने शराब का स्टॉक कर रखा है. शराब पीने के शौकीन जमकर शराब पी रहे हैं.
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शराबियों का एक जुमला काफी चर्चित है, जो हर कहीं सुनाई दे रहा है.वह प्रत्याशियों को ब्लैकमेल करते हुए कहते हैं, कच्ची पी, तो कच्ची बात. पक्की पी तो पक्की बात, और उतर गई तो फिर वही बात…,उनका कहने का मकसद है पिलाओगे तो वोट देंगे, लेकिन कच्ची शराब यानी देशी पिलाने पर कच्ची बात है. मगर, पक्की पिलाओगे तो वोट देना पक्का है, लेकिन मतदान तक शराब का नशा उतरना नहीं चाहिए. अगर, शराब का नशा उतर गया तो फिर कोई भी बात यानी बात खत्म हो जाएगी. इसलिए प्रत्याशी भी मतदाताओं को लगातार सप्लाई की आपूर्ति कर रहे हैं.
बरेली नगर निगम क्षेत्र मेयर और वार्ड पार्षद से लेकर नगर पालिका और पंचायत चेयरमैन, सभासद तक शराब की आपूर्ति कर रहे हैं. बरेली में 5 करोड़ की शराब की बिक्री हो चुकी है. इसके साथ ही अगले 5 दिन में 7 करोड़ से अधिक की शराब बिकने की उम्मीद है. मेयर प्रत्याशियों से लेकर वार्ड के पार्षद, नगर पालिका और नगर पंचायतों के चेयरमैन तक शराब की व्यवस्था बड़े स्तर पर की जा रही है.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली