UP Weather AQI Today: यूपी की हवा जहरीली हो गई है. यहां के लोगों को मजबूरी में जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ रही है. जिसके चलते सांस, खांसी, दिल और त्वचा के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. यह संख्या पिछले एक महीने में कई गुना बढ़ी है. बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं. मगर, इन बीमारियों को मास्क लगाकर कम किया जा सकता है. यूपी का गाजियाबाद रविवार को भी देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है. गाजियाबाद दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में दूसरे स्थान पर है. रविवार सुबह यहां का AQI 577 है. यूपी का मुजफ्फरनगर तीसरे स्थान पर है. मुजफ्फरनगर का AQI 566 है. देश की राजधानी दिल्ली का AQI घटा है. यह दुनिया में 6 वें स्थान पर है. दिल्ली का AQI 457, 7वें स्थान पर नोएडा का AQI 456, 12वें स्थान पर मेरठ का AQI 428, 14वें स्थान पर कैराना का AQI 417, 22वें स्थान पर हापुड़ का AQI 356, 28वें स्थान पर सहारनपुर का AQI 346, 29वें स्थान पर बरेली का AQI 325 था, जो बेहद खराब स्थिति में है. हालांकि, रविवार सुबह 10 बजे तक सुधार हुआ है. यहां AQI घटकर 169 रह गया है. यूपी की राजधानी लखनऊ का AQI 290, 42वें स्थान पर बुलंदशहर का AQI 283, 43वें स्थान पर फैजाबाद का AQI 280, 47वें स्थान पर फतेहपुर का का AQI 270, 53वें स्थान पर इलाहाबाद का AQI 264, 56वें स्थान पर गोरखपुर का AQI 257, 59 वें स्थान पर कानपुर का AQI 253, 92वें स्थान पर आगरा का AQI 218 है. यह काफी चिंतनीय है. बरेली का AQI 300 के पार है. यह AQI का बेहद खराब स्थिति में है. शहर के राजेंद्र नगर, कुतुबखाना, शाहाबाद, शाहामतगंज, चौकी चौराहा, चौपाला, बरेली सिटी, किला, सुभाषनगर और रामगंगा क्षेत्र का AQI सबसे अधिक बढ़ा हुआ है. यहां की जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल है. बरेली सिविल लाइंस का AQI 214, राजेंद्र नगर का 130 और सुभाषनगर का 167 है.
शहर के बदायूं रोड पर चौबारी गांव के मैदान में गंगा स्नान का मेला लगा है. यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. मगर, कच्चे रास्तों पर काफी धूल उड़ रही है. जिसके चलते बदायूं रोड का AQI बढ़ रहा है. लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है. हालांकि, दो दिन पहले पानी का छिड़काव किया गया था. मगर, शनिवार को पानी का छिड़काव नहीं किया गया.
इंसान की सेहत के लिए 0 से 50 AQI सबसे बेहतर है. 51-100 AQI भी ठीक माना जाता है, लेकिन संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की दिक्कत शुरू हो जाती है. 101 AQi ठीक नहीं. 101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है. मगर, बरेली का AQI 300 के पार है. यह काफी चिंतनीय है. हवा में ऑक्सीजन होती है. इसकी मात्रा 19.5 मात्रा होनी चाहिए. इससे कम ऑक्सीजन इंसान की सेहत के लिए नुकसानदेह है. सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बढ़ती मौतों को लेकर फिक्रमंद है.इसके लिए प्लान बनाया जा रहा है. डबल्यूएचओ दुनिया में प्रदूषण से मौतों का आंकड़ा बढ़ने लगा है. दुनिया में वायु प्रदूषण से हर वर्ष लगभग सात मिलियन यानी 70 लाख लोगों की मौत होतीं हैं. यह आंकड़ा काफी चौकाने वाला है. इसके साथ ही वातावरण में बढ़ रहा वायु प्रदूषण व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए काफी समस्या पैदा कर सकता है,और इससे रेसपिरेटरी, न्यूरोबिहेवियरल, कार्डियोवैस्कुलर और इम्यून सिस्टम से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए प्रदूषण से बचने के लिए विटामिन से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए.
यह वायु प्रदूषण के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है. क्योंकि विटामिन आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली को मजबूती देते हैं, और आपको बीमारियों से बचाते हैं. विटामिन C, विटामिन E, और विटामिन A वायु प्रदूषण के कारण होने वाली क्षति को कम करने में मदद करते हैं. इसके लिए आप अंगूर, संतरा, नीबू, गाजर, ब्रोकली, अखरोट और मूली जैसे फलों और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं. इसके साथ ही बाहर के खाने से बचने की जरूरत है. वायु प्रदूषण से बचने को एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना एक बेहतर विकल्प है. अपने घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने से घर की हवा को शुद्ध करने के साथ ही घर में वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली