गोरखपुर में हुई बेमौसम बारिश ने अन्नदाताओं के अरमानों पर फेरा पानी, खेतों में ही नहीं दिलों पर भी गिरे ओले
गोरखपुर में सोमवार से ही मौसम का मिजाज बदल गया. सुबह से ही गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई गोरखपुर के बगल के कई जिलों में ओले भी पड़े हैं जिससे गेहूं की फसल के साथ-साथ आम के बौर को भी नुकसान हुआ है.
गोरखपुर . गोरखपुर में हुई बारिश ने अन्नदाता के अरमानों पर पानी फेर दिया है. कई जगहों पर गेहूं की खड़ी फसल खेत में गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है. सोमवार की सुबह से ही गोरखपुर में मौसम का मिजाज बदल गया. सुबह से ही गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई गोरखपुर के बगल के कई जिलों में ओले भी पड़े हैं जिससे गेहूं की फसल के साथ-साथ आम के बौर को भी काफी नुकसान हुआ है. जिसकी मार किसानों को झेलनी पड़ रही है.
गोरखपुर के दक्षिणांचल क्षेत्र में भी बारिश से भारी नुकसान
सोमवार को हुई वर्षा से दलहन व तिलहन की फसल के साथ कई जगह खेतों में पानी भर जाने से आलू की फसल को सड़ने की संभावना भी बढ़ गई है. गोरखपुर के दक्षिणांचल क्षेत्र के गगहा, गोला, बड़हलगंज में करीब 40% के आसपास गेहूं की फसल खेत में ही गिर गया, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. बताते चले के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सोमवार की सुबह से गोरखपुर में मौसम का मिजाज बदल गया. आसमान में बादल छाए रहे, कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई तो कुछ जगहों पर थोड़े समय के लिए बारिश भी हुई.
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मौसम विज्ञानियों की मानें तो मार्च महीने में नहीं होती बारिश
मंगलवार की सुबह भी बादल छाए रहे और हवा भी चल रही है. लेकिन कहीं-कहीं पर हल्की धूप भी कुछ देर के लिए निकली है. रविवार की शाम से सोमवार की शाम तक 24 घंटे में कुल 15.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई. मौसम विज्ञानियों की मानें तो मार्च महीने में बारिश नहीं होती है, लेकिन 2020 में भी मार्च महीने में बारिश हुई थी.
पिछले 6 वर्षों के मार्च महीने में वर्षा का आंकड़ा
वर्ष वर्षा (मिली मीटर में)
2018 08.00
2019 02.50
2020 52.32
2021 00.00
2022 00.00
2023 15.60 (20 मार्च तक)
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप