UPSC Civil Services Final Result 2019 : पहले बनें सिविल इंजीनियर, फिर यूपीएससी की परीक्षा में हुए सफल
UPSC Civil Services Final Result 2019 Bihar News Update किशनगंज : एक कहावत है किसी चीज को दिल से चाहो, तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने की कोशिश करती है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है किशनगंज के लाल अनिल बसाक ने, अपने पूरे खानदान में अनिल पहले ग्रैजुएट भी है. लेकिन, आज सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर जिले का नाम रौशन किया है. इनका जीवन काफी संर्घषों से भरा रहा, लेकिन नजरें लक्ष्य पर टिकी थी. परिणाम आज आज सबके सामने है.
UPSC Civil Services Final Result 2019 Bihar News Update किशनगंज : एक कहावत है किसी चीज को दिल से चाहो, तो पूरी कायनात आपको उससे मिलाने की कोशिश करती है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है किशनगंज के लाल अनिल बसाक ने, अपने पूरे खानदान में अनिल पहले ग्रैजुएट भी है. लेकिन, आज सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर जिले का नाम रौशन किया है. इनका जीवन काफी संर्घषों से भरा रहा, लेकिन नजरें लक्ष्य पर टिकी थी. परिणाम आज आज सबके सामने है.
अनिल बसाक मूलरूप से किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के खारूदह के रहने वाले हैं. लेकिन, वर्तमान में किशनगंज शहर के नेपाल गढ़ कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहतें है. अनिल का बचपन काफी कष्ट और संघर्ष भरा था. उनके पिताजी बिनोद बसाक साइकिल पर कपड़ों की फेरी लागतें है और हाट-बाजारों में कपड़ा बेचते हैं. अनिल चार भाईयों में दूसरे स्थान पर है. परिवार बड़ी मुश्किल से चल रहा था. लेकिन, उनके पिता ने तमाम मुश्किलों के बाद अपने सभी बच्चों को पढ़ाया.
अनिल की आठवीं तक की शिक्षा शहर के ओरिएंटल पब्लिक स्कूल में हुई. 10वीं की पढ़ाई अररिया पब्लिक स्कूल अररिया से फिर 12वीं की पढ़ाई उन्होंने शहर के बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की. इसके बाद इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोटा चले गये. जहां एक साल की तैयारी के बाद कठिन इंजीनियरिंग की परीक्षा पास किया और इनका दाखिला सिविल इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी दिल्ली में हुआ.
वहां से ग्रेजुएट होने के बाद भी उन्होंने नौकरी नहीं की और सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुट गए. कुछ दिन इसके लिए उन्होंने कोचिंग की, लेकिन सेल्फ स्टडी कर ही वो इस मुकाम तक पहुंचने में सफल रहे. आर्थिक संकट के बाद भी इसने अपने लक्ष्य को प्राप्त किया. पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दिए कामयाबी नहीं मिली. लेकिन, कहते हैं न भगवान के घर देर है अंधेर नहीं. दूसरी बार साल 2019 में उन्होंने फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और 616वां रैंक हासिल किया. आज लाखों युवाओं के लिए अनिल प्रेरणा बन चुके हैं.
Upload By Samir Kumar