शेख शाहजहां के करीबी उत्तम सरदार को तृणमूल कांग्रेस ने 6 वर्ष के लिए पार्टी से निकाला
संदेशखाली में लोगों ने उत्तम सरदार समेत अन्य लोगों पर आरोप लगाए. इसकी जांच के लिए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर 4 सदस्यीय कमेटी बनी. कमेटी की रिपोर्ट पर इन्हें पार्टी से निकाला गया.
उत्तर 24 परगना के जिला परिषद के सदस्य व संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के अंचल अध्यक्ष उत्तम सरदार को लेकर लोगों के लगातार विरोध के बाद अब सत्तारूढ़ दल ने भी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. सरदार को तृणमूल से छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया गया है. राज्य के सिंचाई मंत्री व तृणमूल नेता पार्थ भौमिक ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के रेड रोड में पार्टी के धरना मंच से इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर सरदार के खिलाफ यह कार्रवाई की गयी.
-
पार्टी महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर की गयी कार्रवाई
-
तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां का करीबी माना जाता है उत्तम सरदार
-
सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने की कार्रवाई की घोषणा
-
रेड रोड में धरना मंच से तृणमूल नेता पर कार्रवाई की घोषणा
जांच के लिए ममता बनर्जी ने बनाई कमेटी
मंत्री भौमिक ने कहा कि संदेशखाली में लोगों द्वारा उत्तम सरदार समेत अन्य कुछ लोगों पर लगाये गये आरोपों की जांच के लिए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर चार सदस्यीय एक कमेटी गठित की गयी. कमेटी में उत्तर 24 परगना के जिला परिषद अध्यक्ष व विधायक नारायण गोस्वामी के अलावा राज्य के तीन मंत्री ब्रात्य बसु, सुजीत बोस व रथिन घोष शामिल रहे.
कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद उत्तम सरदार पर कार्रवाई
स्थानीय लोगों से बातचीत व जांच के बाद कमेटी ने शनिवार को अपराह्न 12 बजे रिपोर्ट सौंपी, जिसे तृणमूल नेतृत्व को अवगत कराया गया. इसके बाद तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी के निर्देश पर पार्टी ने उत्तम सरदार को निलंबित करने का फैसला सुनाया.
शेख शाहजहां का करीबी है उत्तम सरदार
उत्तम सरदार तृणमूल नेता शेख शाहजहां का करीबी माना जाता है. संदेशखाली में इडी अधिकारियों पर हमले की घटना के बाद से ही तृणमूल नेता शेख शाहजहां गायब है. संदेशखाली में गत बुधवार से माहौल अशांत है.
शुक्रवार को संदेशखाली में बिगड़ गए थे हालात
गत शुक्रवार को हालात काफी बिगड़ गये थे. तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों शिवप्रसाद हाजरा उर्फ शिबू हाजरा व उत्तम सरदार को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि शाहजहां और उसके गुर्गों ने यहां के लोगों पर काफी अत्याचार किया है और संदेशखाली में कई लोगों की जमीन भी हथिया ली है.