Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज के नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत खगलपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए चार लोगों को जेल भेज दिया. पुलिस ने मृतक राहुल तिवारी के बड़े भाई मुन्ना तिवारी की तहरीर पर राहुल के साले पिंटू, चंद्रशेखर व साले के दोस्त मैनेजर और आशु के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था. रविवार शाम चारों को विधिक कारवाई करते हुए पुलिस ने नैनी जेल भेज दिया. अब पुलिस जल्द ही पूछताछ के लिए आरोपियों को रिमांड पर ले सकती है.
एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार ने घटना के खुलासे के लिए STF, क्राइम ब्रांच समेत सात टीम गठित की थी. सभी टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए मृतक राहुल तिवारी के दोनों सालों और उसके दो दोस्तों को 10 घंटे के भीतर उठा लिया था. घटना के संबंध में राहुल के बड़े भाई मुन्ना तिवारी ने जमीनी विवाद में हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए उसके साले पिंटू, चंद्रशेखर व साले के दोस्त मैनेजर और आशु के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था.
पुलिस के मुताबिक राहुल तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई है. जबकि राहुल की पत्नी प्रीति और तीन बच्चों की मौत गला रेतने से हुई थी. वहीं पुलिस को राहुल के शव के पास से दो पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था. जिसमें करीब ग्यारह लोगों का जिक्र है. पुलिस सुसाइड नोट का हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच करा रही है. पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है.
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गौरतलब है कि नवाबगंज के खगलपुर में शनिवार सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत से पूरा इलाका दहल उठा था. एयरफोर्स कर्मी सुरेश शुक्ला के मकान में किराए पर रह रहे राहुल तिवारी का शव घर के आंगन में साड़ी के फंदे पर लटकता हुआ मिला था. जबकि पत्नी का खून से लथपथ शव कमरे के अंदर चारपाई पर और बच्चों का तखत पर पड़ा हुआ था. पत्नी और बच्चों की हत्या धारदार हथियार से की गई थी. पुलिस को जांच के दौरान घर के बाहर एक चापड बरामद हुआ था. जबकि राहुल के परिजनों ने ससुराल वालों पर संपत्ति के विवाद में हत्या का आरोप लगाया है. वहीं घटना के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए घटना के संबंध में कड़ी कारवाई के निर्देश दिए थे.