Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में मकान बेचने-खरीदने के विवाद को लेकर एक समुदाय के लोगों ने पलायन की झुठी साजिश रच दी है. इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पूरी सच्चाई सामने आयी. इसके बाद पलायन की झूठी साजिश रचने वालों को फटकार लगाई. साथ ही शांति भंग की कार्रवाई की है.
शहर के बिहारीपुर खत्रियान मोहल्ले के निवासी घनश्याम दास काफी समय से अपना मकान बेच रहे थे. उन्होंने पहले परिवार और मोहल्ले के तमाम लोगों से मकान बेचने की बात कही. मगर, यह लोग मकान आधी कीमत पर लेने की कोशिश में थे. जिसके चलते घनश्याम दास ने दरगाह आला हजरत से जुड़े एक सदस्य के हाथ मकान का सौदा 49 लाख में कर दिया. मकान का एग्रीमेंट होने से खफा एक समुदाय के लोगों ने अपने घरों पर पलायन के पर्चे लगा दिएं. उनका कहा था कि हमारे मोहल्ले का मकान किसी अन्य समुदाय का व्यक्ति नहीं खरीदेगा.
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इसके साथ ही एग्रीमेंट निरस्त करने की मांग पर धरने पर बैठ गए.पलायन के नाम पर मामला तूल पकड़ा गया.जिसके चलते कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों को समझाया. इसके साथ ही घनश्याम दास के मकान की कीमत के मुताबिक लेने की बात कही. पुलिस के कहने के बाद यह लोग मकान लेने को तैयार हो गए. इस पर पुराना एग्रीमेंट कैंसिल करा दिया गया है. मगर, पुलिस ने मकान बेचने वाले घनश्याम दास, उनके बेटे और दूसरे पक्ष के मनोज, अर्पित और राजीव पर शांति भंग में चालान किया है.
मकान में घनश्याम दास और उनके दूसरे भाई सुभाष सेठ हिस्सेदार हैं. इस मुहल्ले के रास्ते काफी तंग है. जिसके चलते कार समेत अन्य वाहन नहीं निकल पाते. सुबह से रात तक जाम रहता है. इसलिए घनश्याम दास ने पहले अपने भाई सुभाष सेठ से मकान लेने को कहा था. मगर, उन्होंने मकान की कीमत नहीं दी. इसके बाद मुहल्ले के अन्य लोगों से कहा, लेकिन सभी आधी कीमत पर लेना चाहते थे. इसलिए घनश्याम दास ने दूसरे समुदाय के व्यक्ति से 49 लाख में सौदा कर दिया. इसका एग्रीमेंट होते ही घनश्याम दास के समुदाय के लोगों ने विवाद खड़ा कर दिया.
वहीं इस घटना पर एसपी सिटी रविन्द्र कुमार ने बताया कि मकान बेचने-खरीदने का मामला है. पलायन जैसी कोई बात नहीं है. माहौल खराब करने वालों का शांति भंग में चालान किया गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद