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UP: मोदी सरकार से इस्तीफे के बाद मुख्तार अब्बास नकवी की क्या होगी नयी पारी, नई भूमिका की चर्चा जोरों पर

Mukhtar Abbas Naqvi Resigns : केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल से बुधवार शाम केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने से 1 दिन पहले इस्तीफा दे दिया है. मगर, उनके इस्तीफे के बाद सियासी चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2022 6:43 PM

Mukhtar Abbas Naqvi Resigns: केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल से बुधवार शाम केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने से 1 दिन पहले इस्तीफा दे दिया है. मगर, उनके इस्तीफे के बाद सियासी चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं. वह किसी प्रदेश के राज्यपाल बनेंगे या उपराष्ट्रपति. यह सवाल सियासत से वास्ता रखने वाले हर इंसान के जेहन में घूमने लगा है. इसका जवाब जल्द ही भाजपा हाईकमान के फैसले के बाद मिलने की उम्मीद है.

नकवी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे.इसके साथ ही राज्यसभा में भाजपा के उपनेता भी थे. उनके वालिद (पिता) का बरेली में कुछ वर्ष पूर्व इंतकाल (मृत्यु) हो गई थी. हालांकि, वह इलाहाबाद के रहने वाले हैं. केंद्रीय मंत्री का राज्यसभा में कार्यकाल 07 जुलाई को समाप्त हो रहा है. हालांकि, पार्टी उन्हें अब कोई नई भूमिका सौंप सकती है. मगर, इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में नकवी के नाम की चर्चा है.

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इससे पहले भाजपा ने नकवी को जून में राज्यसभा नहीं भेजा था. उस दौरान रामपुर लोकसभा सीट से उप चुनाव लड़ाने की चर्चा थी, लेकिन यहां से चुनाव सपा छोड़कर दो महीने पहले भाजपा में आने वाले घनश्याम लोधी को लड़ाया गया. वह करीब 42 हजार मतों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.रामपुर लोकसभा उपचुनाव में टिकट न होने के बाद से ही केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के सियासी भविष्य को लेकर चर्चाएं थीं.बरेली में केंद्रीय मंत्री की ननिहाल भी थी.

केंद्रीय मंत्री के नाना दो- दो पुलिस में रहे थे सिपाही

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की ननिहाल बरेली में थी. उनके नाना सैयद जुर्रीयत हुसैन काजमी का जन्म 1902 में बरेली के किला थाना क्षेत्र के घेर शेख मिट्ठू में हुआ था. वह 1922 में ब्रिटिश हुकूमत के दौर में पुलिस में भर्ती हुए थे. मगर,इसके बाद देश की आजादी के बाद तत्कालीन यूनाइटेड प्रोविंस वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस में भी शामिल हो गए. इस बीच में कुछ वक्त के लिए रामपुर रियासत के नवाब की निजी फौज में भी उन्होंने सेवाएं दी.

116 वर्ष की आयु में नाना का इंतकाल

केंद्रीय मंत्री के नाना का 18 जून 2018 को 116 वर्ष की आयु में इंतकाल (मृत्यु) हुआ था.वह लंबे समय से बीमार थे.जिसके चलते परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया.इलाज के दौरान नाना का इंतकाल हो गया.उनके इंतकाल में केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए थे.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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