Kanpur News: एक करोड़ की लागत से हाईटेक बनेगी पार्षद लाइब्रेरी, कायाकल्प को हरी झंडी, मिलेंगी ये सुविधाएं
Kanpur News अभियंत्रण की टीम ने जरूरत के सामानों का इस्टीमेट बनाया साथ ही आकलन किया कि 35 लाख रुपये खर्च होंगे. वही जब केडीए वीसी तक इस्टीमेट पहुंचा तो उन्होंने कहा कि इतने से ही काम नहीं चलेगा.
Kanpur News: महापौर के निरीक्षण के बाद आखिरकार अधिकारियों को फूलबाग स्थित गांधी भवन की पार्षद लाइब्रेरी की याद आ ही गई. वर्षों से बंद पड़ी लाइब्रेरी के कायाकल्प को अब हरी झंडी मिल गई है. इसे 1 करोड़ रुपये से हाईटेक बनाया जाएगा. पहले चरण में कार्य के लिए 35 लाख रुपये का इस्टीमेट तैयार कर लिया गया है. शुक्रवार को महापौर ने पार्षद लाइब्रेरी का निरीक्षण किया था और स्थित को देखकर अफसरों को फटकार लगाई गई थी. जिसके बाद केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने मुख्य अभियंता को निर्देश दिया कि पाठकों और छात्र-छात्राओं के हित में लाइब्रेरी को सुधारने का काम शुरू किया जाए.
कमियों को दूर करने के लिए बनाई सूची
अवर अभियंता सीबी पांडेय ने वहां की हर कमियों को नजदीक से देखा और जरूरतों के सामानों सूची बनाई. पहले चरण के इस्टीमेट में विशेष प्रकार की 40 नई अलमारियां मंगाने, पत्रिकाओं के लिए अलग फोल्डर रखवाने, कंपटीशन की किताबें खरीदने, टूटी खिड़कियों के शीशे लगवाने, झरोखों के साथ लोहे की ग्रिलों पर जाली लगवाने, कुछ नए फर्नीचर बनाने, धूल रोकने के लिए शीशे से लाइब्रेरी को पैक करने और पर्दे मंगाने के साथ ही किताबों की बाइडिंग कराने की व्यवस्था शामिल है. अधिशासी अभियंता ने अपने सामने ही पुस्तकों की साफ सफाई भी कराई.
Also Read: UP News: बसपा के पुराने सिपाही को मायावती ने भुलाया, रामवीर उपाध्याय के निधन पर नहीं व्यक्त की संवेदना
कामचलाऊ नहीं हाईटेक बनाए लाइब्रेरी
अभियंत्रण की टीम ने जरूरत के सामानों का इस्टीमेट बनाया साथ ही आकलन किया कि 35 लाख रुपये खर्च होंगे. वही जब केडीए वीसी तक इस्टीमेट पहुंचा तो उन्होंने कहा कि इतने से ही काम नहीं चलेगा. कामचलाऊ खर्च नहीं करना है. एक और इस्टीमेट तैयार करें. इसे शहर की सबसे बेहतरीन लाइब्रेरी बनाइए.
लाइब्रेरी में होंगी ये सुविधाएं
केडीए वीसी ने कहा कि लाइब्रेरी के अंदर वाचनालय भी बनाया जाए.जहां छात्र-छात्राओं के साथ ही अन्य पाठकों के बैठने की व्यवस्था हो. इस हिस्से को एयरटाइट किया जाए.अंदर ऐसा वातावरण दिखना चाहिए जहां आराम से पढ़ने का माहौल हो.शोर-शराबे से कोई वास्ता न रहे.साथ ही रूम हीटर, एलईडी लाइटें और कंप्यूटर आदि की व्यवस्था हो जिस पर सभी पुस्तकों की जानकारी हो. कैटलॉगिंग बॉक्स बेहतर हो. दीवारों पर पेटिंग कराई जाए.साफ-सफाई के लिए मशीनें मंगाई जाएं. मुख्य अभियंता ने बताया कि लगभग एक करोड़ या इससे कुछ अधिक का खर्च आएगा. जिस पर केडीए वीसी अरविंद सिंह ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता. शहरवासियों के लिए बढ़िया प्लेटफॉर्म होगा. पहले चरण का काम जल्द शुरू करें. बाकी का इस्टीमेट तैयार करके पेश करें.बंदरों से सुरक्षा के सारे इंतजाम किए जाएं.