प्रयागराज की धर्मसंसद में विवादित बयानों की बौछार: हिंदुओं के 5 बच्चे, भारत को हिंदूराष्ट्र बनाने की मांग
Prayagraj News: धर्म सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तमाम संतो ने कहा की देश को धर्म विशेष के यदि को रक्षा कर सकता है तो वह योगी जी ही कर सकते है.
Prayagraj News: संगम की रेती माघ मेले में शनिवार को धर्मसम्मेल का आयोजन किया गया. प्रयागराज में आयोजित इस धर्म सम्मेलन में फिर विवादित बयानों की बौछार कर दी गई है.कई राज्यों से प्रयागराज धर्म सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे संतों ने एक स्वर में देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपील की. संतो ने कहा की जनता के समर्थन से ही देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जा सकता है.
इसलिए राष्ट्र हित में में आम जनता को इस मुद्दे पर समर्थन करना चाहिए. इसके साथ ही सम्मेलन में पहुंचे संतों ने धर्म संसद कोर कमेटी के सदस्य महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज और मुस्लिम धर्म परिवर्तित कर हिंदू धर्म स्वीकार कर चुके जीतेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) को रिहा करने की बात कही. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हम अपने देवी-देवताओं से शिक्षा ग्रहण कर अपने हाथों में अस्त्र शस्त्र धारण करें. उन्होंने ये भी कहा कि धर्मांतरण करने वालों को फांसी और हिंदुओं को पांच बच्चे पैदा करने चाहिए.
सम्मेलन में आए साधु-संतों ने कहा कि इन तीन प्रस्तावों को हर एक माध्यम के जरिए सरकार तक पहुंचाया जाएगा. वहीं, संतों ने प्रशासन परआरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन ने इस सम्मेलन को रोकने के प्रयास किए. उसके बावजूद भी देश के कोने-कोने से आकर साधु-संतों ने अपनी बातें रखीं. धर्म सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तमाम संतो ने कहा की देश को धर्म विशेष के यदि को रक्षा कर सकता है तो वह योगी जी ही कर सकते है. इसलिए उन्हें पुनः मुख्यमंत्री बनाना होगा. धर्म सम्मेलन का आयोजन महर्षि आश्रम ट्रस्ट के शिविर में हुआ. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की.