Bareilly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सभी सियासी दल शिक्षामित्रों को लुभाने की कोशिश में थे.सपा ने शिक्षक बनाने का ऐलान किया था.जिसके चलते शिक्षामित्रों को मतदान और मतगणना प्रक्रिया से भी अलग रखा गया.मगर, चुनाव होते ही शिक्षामित्रों को मानदेय मिलना भी मुश्किल हो चुका है.फरवरी माह का मानदेय 16 मार्च गुजरने के बाद भी नहीं मिला है. जिसके चलते शिक्षामित्रों की होली फीकी रहने की उम्मीद है.इससे प्राथमिक स्कूलों मे तैनात शिक्षामित्र मायूस हैं.
शिक्षामित्रों ने बताया कि मानदेय हर महीने चार से पांच तारीख तक बैंक खातों में पहुँच जाता है.मगर, इस बार फरवरी माह का मानदेय अभी तक नही मिल सका है.इस कारण शिक्षामित्र परिवारों की होली फीकी रहेगी. शिक्षामित्रों का कहना है कि होली से पहले मानदेय मिल जाता, तो होली उल्लास से मनाई जाती.उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि यूपी सरकार को शिक्षामित्रों का मानदेय बजट वित्त लेखाधिकारी सर्व अभियान कार्यालय लखनऊ से हर जनपद को भेजना चाहिए.
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मानदेय की तरफ शिक्षामित्रों की उम्मीद टिकी हुई है.अगर, मानदेय भुगतान नही हुआ, तो जनपद बरेली के करीब 2500 शिक्षामित्र होली नहीं मना पाएंगे.भुगतान न होने की वजह से शिक्षामित्रों के सामने वित्तीय संकट है. महामंत्री कुमुद केशव पांडे ने कहा कि हर त्यौहार से पहले मानदेय दिलाना सरकार की नीतियों में शामिल होता है.मगर, इसके बाद भी शिक्षामित्रों को होली से पहले मानदेय मिलने की उम्मीद नजर नही है.शिक्षामित्रों को एक माह का मानदेय नही दिया गया है.
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रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद