UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश की बरेली शहर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) एक बार भी जीत दर्ज नहीं कर पाई है. यह सीट 1985 से भाजपा के कब्जे में है. इसी तरह से आंवला विधानसभा में सपा ने 1993 में जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद से अब तक जीत नसीब नहीं हुई. शहर सीट से भाजपा विधायक एवं प्रत्याशी डॉ अरुण कुमार और आंवला के विधायक एवं पूर्व प्रत्याशी पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह जीत की हैट्रिक लगाने के लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं.
डॉ. अरुण कुमार और धर्मपाल सिंह 2012 और 2017 में जीत दर्ज कर चुके हैं. इस बार जीतने पर उनकी हैट्रिक होगी. हालांकि, धर्मपाल सिंह 1996 और 2002 में भी जीत दर्ज कर चुके हैं, लेकिन हैट्रिक बनाने से उन्हें 2007 में बसपा के पंडित आरके शर्मा ने रोक दिया था.
Also Read: UP Chunav 2022: बरेली में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का रोड शो 12 फरवरी को, तैयारियों में जुटे नेतासपा ने आंवला विधानसभा में भाजपा विधायक के सामने भाजपा के बिल्सी से विधायक पंडित आरके शर्मा को उतारा है, तो वहीं शहर में डॉ. अरुण कुमार के सामने नगर निगम पार्षद दल के नेता राजेश अग्रवाल को टिकट दिया है. यह दोनों नेता भी मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं.
Also Read: बरेली में नवल किशोर ने लगाई सबसे पहली जीत की हैट्रिक, मंडल में यह विधायक ने लगाया जीत का तड़कापंडित आरके शर्मा 2007 में बसपा के टिकट पर आंवला से विधायक बन चुके हैं. इस सीट पर बसपा ने साजिद खां को टिकट दिया था. इससे सपा प्रत्याशी पंडित आरके शर्मा को नुकसान होने की उम्मीद थी. मगर, अंतिम समय में साजिद की जगह लक्ष्मण प्रसाद को टिकट दिया है. इससे सपा प्रत्याशी चुनाव में फायदा होने की उम्मीद जता रहे हैं.
इसके साथ ही, बरेली शहर सीट से बसपा ने ब्रह्मदत्त शर्मा और कांग्रेस ने केके शर्मा को टिकट दिया है. दोनों ब्राह्मण बिरादरी से हैं, जिसके चलते यहां भी वैश्य जाति के सपा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल को सियासी फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली