UP बॉर्डर पर रोके गए उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत, धरने पर बैठे कांग्रेसी कार्यकर्ता
लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले पर कांग्रेस के नेताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी बीच गुरुवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत काफिले के साथ लखीमपुर खीरी जा रहे थे.
Bareilly News: लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले पर कांग्रेस के नेताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी बीच गुरुवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत काफिले के साथ लखीमपुर खीरी जा रहे थे. उनका काफिला उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर बहेड़ी टोल प्लाजा के पास पहुंचा. उससे पहले ही टोल प्लाजा पर मौजूद पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने काफिले को रोक दिया. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत अपने काफिले के साथ यूपी के लखीमपुर खीरी में मृत किसानों के परिवारों से मिलने जा रहे थे.
पूर्व सीएम हरीश रावत के काफिले को रोके जाने के कारण काफी देर तक पुलिस और कांग्रेस समर्थकों के बीच कहासुनी होती रही. इस दौरान उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत धरने पर भी बैठ गए. हरीश रावत के धरने की खबर मिलते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशफाक सकलैनी, सलीम अख्तर समेत कई कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. काफी समझाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को वापस लौट जाने को मजूबर होना पड़ा.
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इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है. किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है. निर्दोष किसानों को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने मार डाला. अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. योगी सरकार में किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. किसानों को योगी सरकार में न्याय नहीं मिलेगा. उन्होंने योगी राज में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए.
(इनपुट: मो. साजिद, बरेली)