Uttarakhand Glacier Burst : चमोली से 2 और मजदूर का शव पहुंचा लोहरदगा, जिले के 9 मजदूर गये थे काम करने
Uttarakhand Glacier Burst, Jharkhand News, Lohardaga News : लातेहार जिला अंतर्गत बेठहठ के 9 मजदूरों में मंगलवार को ज्योतिष बाखला पिता मनोज बाखला और सुनील बाखला पिता प्रकाश बाखला का शव एंबुलेंस से गांव पहुंचा. बेठहठ के चोरटांगी गांव में शव पहुंचते ही पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया. वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा. बुधवार की अहले सुबह परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया. अपने बेटे के शव को देखकर माता- पिता के आंसू नहीं रुक रहा था. शव के आते ही पूरा गांव गमगीन हो गया. मृतक मजदूर के अंतिम संस्कार में प्रशासन की ओर से किस्को अंचल अधिकारी बूडाय सारू मौजूद थे.
Uttarakhand Glacier Burst, Jharkhand News, Lohardaga News, लोहरदगा (गोपी कुंवर) : उत्तराखंड के चमोली हादसा में झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत बेठहठ के 9 मजदूरों के लापता होने के बाद मंगलवार (23 फरवरी, 2021) की रात 2 और मजदूर का शव गांव पहुंचा. इससे पहले भी एक मजदूर का शव पहुंचा था. इसके अलावा अन्य मजदूरों की खोजबीन की जा रही है.
लातेहार जिला अंतर्गत बेठहठ के 9 मजदूरों में मंगलवार को ज्योतिष बाखला पिता मनोज बाखला और सुनील बाखला पिता प्रकाश बाखला का शव एंबुलेंस से गांव पहुंचा. बेठहठ के चोरटांगी गांव में शव पहुंचते ही पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया. वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा. बुधवार की अहले सुबह परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया. अपने बेटे के शव को देखकर माता- पिता के आंसू नहीं रुक रहा था. शव के आते ही पूरा गांव गमगीन हो गया. मृतक मजदूर के अंतिम संस्कार में प्रशासन की ओर से किस्को अंचल अधिकारी बूडाय सारू मौजूद थे.
बता दें कि उत्तराखंड सरकार द्वारा लापता सभी मजदूरों को मृत घोषित कर दी गयी है. मृत घोषित किये जाने के बाद बाकी बचे 6 मजदूरों के परिजन शव की खोजबीन कर जल्द वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. मृतक सुनील बाखला के साथ उसके भाई नेमहस बाखला भी चमोली हादसा के बार से लापता है. भाई के मिलने के बाद अब घरवाले नेमहस बाखला की भी जल्द मिलने की उम्मीद लगा रहे हैं.
उत्तराखंड के चमोली में गत 7 फरवरी, 2021 को हुई तबाही में लातेहार जिला अंतर्गत बेठहठ के 9 मजदूर लापता हो गये थे. इसमें 3 मजदूर विक्की भगत, सुनील बाखला एवं ज्योतिष बाखला का शव मिल चुका है और परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है. वहीं, शेष 6 मजदूर मंजनू बाखला, उर्बनुष बाखला, नेमहस बाखला, रवींद्र उरांव, दीपक कुजूर एवं प्रेम उरांव का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
दूसरी ओर, लापता हुए लोगों को मृत घोषित करने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर दी है. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण सभी मजदूर पढ़ाई- लिखाई छोड़ कर पलायन कर गये थे.
Posted By : Samir Ranjan.