उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में फंसे ओडिशा के पांच श्रमिकों में से चार श्रमिक शुक्रवार को प्रदेश की राजधानी भुवनेश्वर लौट आये, जिनका राज्य सरकार की ओर से जोरदार स्वागत किया गया. चारों श्रमिक और उनके परिवार के सदस्य राज्य के श्रम मंत्री शारदा प्रसाद नायक और श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ दोपहर करीब एक बजे यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे. अधिकारियों ने कहा कि एक श्रमिक उत्तराखंड में अपने रिश्तेदार के घर रुका गया और वह बाद में लौट आयेगा. उत्तराखंड में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा सुरंग में 17 दिनों से फंसे 41 श्रमिकों में से ओडिशा के पांच श्रमिक भी शामिल थे. इन श्रमिकों को 28 नवंबर की शाम को सुरंग से सकुशल निकाल लिया गया था. सुरंग से सकुशल लौटे ओडिशा के पांच श्रमिकों में मयूरभंज जिले के राजू नायक, धीरेन नायक और विश्वेश्वर नायक, नवरंगपुर के भगवान बत्रा और भद्रक जिले के तपन मंडल शामिल हैं. तपन के अलावा चार श्रमिक ओडिशा लौट आये हैं.
राज्य सरकार ने हवाई अड्डे पर मजदूरों का जोरदार स्वागत किया. श्रमिकों ने ऐसे दुखद समय में समर्थन के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. ओडिशा के श्रम मंत्री नायक ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर घटना के ठीक एक दिन बाद ही ओडिशा से श्रम विभाग के दो अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. मैं पिछले आठ दिनों से उत्तराखंड में डेरा डाले हुए था. इन श्रमिकों को सकुशल साथ वापस लाकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. भुवनेश्वर हवाईअड्डा से सभी को सर्किट हाउस ले जाया गया, जहां लंच व विश्राम कर वे अपने-अपने घर रवाना हुए.