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वैक्सीन एक्सप्रेस करता इंतजार, टीका लगवाने से परहेज करते हैं बिहार के ग्रामीण, डीएम-एसपी को खुद जाकर करना पड़ रहा जागरुक

बिहार में कोरोना के मामले लगातार तेजी से घटते जा रहे हैं. लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. सरकार पूरे प्रदेश में तेजी से वैक्सीनेशन कराने पर जोर दी हुई है. गांवों में टीकाकरण को लेकर अधिक जोर दिया जा रहा है. वैक्सीन एक्सप्रेस भेजकर ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. लेकिन गांव के लोग अभी भी इसे लेकर गलतफहमियां पाले हुए है. एक तरफ जहां शहरों में लोग लाइन लगाकर खड़े हैं वहीं गांवों में वैक्सीन देने गाड़ी लेकर कर्मी जा रहे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. अब डीएम और एसपी स्वयं गांव जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

बिहार में कोरोना के मामले लगातार तेजी से घटते जा रहे हैं. लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. सरकार पूरे प्रदेश में तेजी से वैक्सीनेशन कराने पर जोर दी हुई है. गांवों में टीकाकरण को लेकर अधिक जोर दिया जा रहा है. वैक्सीन एक्सप्रेस भेजकर ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. लेकिन गांव के लोग अभी भी इसे लेकर गलतफहमियां पाले हुए है. एक तरफ जहां शहरों में लोग लाइन लगाकर खड़े हैं वहीं गांवों में वैक्सीन देने गाड़ी लेकर कर्मी जा रहे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. अब डीएम और एसपी स्वयं गांव जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं.

कोरोना संक्रमण पर विराम लगाने के लिए अब गांवों में कोविड वैक्सीन एक्‍सप्रेस पहुंच रही है. लेकिन इंजेक्शन देने पहुंची मेडिकल टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. गांव के अधिकतर लोग तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन, प्रखंड के पदाधिकारी व पुलिस भी लोगों को जागरूक कर निश्चित रूप से इंजेक्शन लगवाने की अपील कर रही है. जागरूकता के इस काम में जीविका, आशा, सेविका-सहायिकाओं की भी मदद ली जा रही है. इसके बावजूद 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में वैक्सीनेशन के प्रति उत्साह नजर नहीं आ रहा है. लोगों के मन में टीका को लेकर बेवजह का डर और आशंका है. गुरुवार को सहरसा के उटेशरा पंचायत के बहुअरवा में बने जीविका सेंटर पर में वैक्सीन एक्सप्रेस पहुंची. यहां कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लेने नहीं आये.

जीविका दीदी के डोर-टू डोर जाकर बुलाने पर भी लोग अपने घरों से टीकाकरण के लिए नहीं आये. कई घंटों तक वैक्सीनेशन टीम इंतजार करती रही. लेकिन एक भी लोग नहीं पहुंचे. लिहाजा वैक्सीन एक्‍सप्रेस को जीविका आॅफिस से बैरंग लौटना पड़ा. उसके बाद मध्य विद्यालय उटेशरा में कैंप लगा जीविका दीदियों ने लोगों के घर जा वैक्सीनेशन के लिए बुलाया. बड़ी मशक्कत के बाद यहां भी नौ लोग ही पहुंचे. जिन्हें एएनएम मनीषा कुमारी ने टीका लगाया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि 45 प्लस के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. गांवों में पहुंच रही वैक्सीन एक्सप्रेस से टीका लेने अपेक्षित संख्या में लोग आ रहे हैं.सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायत में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने खुद जाकर लोगों को जागरुक किया.

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सहरसा एसपी लिपि सिंह गुरुवार को सहरसा बस्ती स्थित मदरसा पहुंच मुस्लिम समुदाय के लोगों को कोविड टीकाकरण को लेकर जागरूक किया. लिपि सिंह ने यहां एक जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित किया.कहा कि कोरोना महामारी से सुरक्षित रहने के लिए टीका लेना ही एक मात्र व अंतिम विकल्प है. किसी भी बीमारी के लिए जिस दवा का उपयोग किया जाता है उसे पहले कई रिसर्च से गुजारा जाता है. जिसके बाद ही उस दवाई या वैक्सीन का उपयोग किया जाता हैं.

लिपि सिंह ने मौजूद लोगों से कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है. किसी तरह की भ्रम में न पड़े. एसपी ने कहा कि वह स्वयं दोनों डोज ले चुकी है. इसके अलावा अपने विभाग के पदाधिकारियों से लेकर चौकीदार तक को दोनों डोज दिलायी है. किसी को भी किसी तरह की परेशानी नहीं हुई. एसपी ने मौजूद महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सफलता में महिला ही इतिहास रची है. इस महामारी से निजात पाने में महिलाएं पुनः इतिहास रचेगी. उन्होंने महिलाओं से खुद व परिवार के साथ समाज के लोगों को भी टीकाकरण के लिए आगे लाने की अपील की.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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