कवि गुरु की प्रतिमा के शिलापट्ट पर फिरहाद के साथ था देबांजन का नाम, शिलापट्ट को ही तोड़ दिया, भाजपा ने साधा तृणमूल पर निशाना
वैक्सीन स्कैमः रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा के नीचे लगा शिलापट्ट तोड़ा, भाजपा ने तृणमूल पर साधा निशाना
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लोगों को फर्जी वैक्सीन लगाये जाने का खुलासा होने के बाद कई खुलासे हुए हैं. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि कोलकाता नगर निगम का ज्वाइंट कमिश्नर होने का दावा करने वाले देबांजन के साथ सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की भी मिलीभगत है.
बंगाल की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने ट्विटर पर तालतल्ला में कवि गुरु रवींद्रनाथ की आदमकद प्रतिमा के नीचे लगे शिलापट्ट की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था कि कोरोना वैक्सीन के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले देबांजन देव की सरकार में गहरी पैठ है. इस तस्वीर के जरिये ममता बनर्जी कैबिनेट के मंत्री फिरहाद हकीम और तृणमूल से देबांजन के करीबी रिश्ते को स्थापित करने की कोशिश की गयी. गुरुवार को बीजेपी ने इसका फोटो ट्वीट किया और शुक्रवार को प्रतिमा के नीचे लगे शिलापट्ट को पुलिस ने तोड़ दिया.
The plaque at the unveiling of the statue of Kaviguru @ Taltala has the name of #Vaccine #Scandal culprit #Debanjan.His name is dazzling along with the name of minister Firhad Hakim
— সপ্তর্ষি চৌধুরী • Saptarshi Chowdhury (@saptarshiOFC) June 24, 2021
The connection must be investigated. @AITCofficial must clear their stand on Debanjan Deb. pic.twitter.com/cNJQGEkupD
शिलापट्ट को तोड़े जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर हो गयी है. पश्चिम बंगाल भाजपा के मीडिया प्रभारी सप्तर्षि चौधरी ने कहा है कि रवींद्रनाथ की मूर्ति के अनावरण का शिलापट्ट (फलक) तोड़ दिया गया. स्थानीय सांसद, विधायक, मंत्री व फिरहाद हकीम के नाम के साथ वैक्सीन कांड के आरोपी का भी नाम था. फलक तोड़ने का मतलब सबूत मिटाने का प्रयास है?
Also Read: 2000 से अधिक लोगों को फर्जी वैक्सीन देने वाले देबांजन ने किये हैं बड़े-बड़े कांड, अब हो रहा है खुलासाश्री चौधरी ने ही गुरुवार को तालतल्ला की उस प्रतिमा की तस्वीर को ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था कि कविगुरु की प्रतिमा के नीचे जो शिलापट्ट लगा है, उस पर वैक्सीन स्कैंडल के आरोपी देबांजन का भी नाम है. आरोपी का नाम मंत्री फिरहाद हकीम के नाम के ठीक नीचे लिखा गया है. सप्तर्षि ने फिरहाद हकीम और देबांजन के संबंधों की जांच की मांग करते हुए तृणमूल से कहा है कि वह अपना स्टैंड क्लियर करे.
भारतीय जनता पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं के साथ देबांजन की तस्वीर का कोलाज बनाकर ट्वीट किया. कहा कि इस तस्वीर में जो शख्स दिख रहा है, वो है फर्जी आइएएस ऑफिसर और वैक्सीन कांड में गिरफ्तार व्यक्ति देबांजन देव. पार्टी ने कहा है कि सत्ताधारी दल और प्रशासन की मदद के बगैर इतनी बड़ी जालसाजी संभव है? पार्टी ने ट्वीट में आगे लिखा है- चावल और तिरपाल के बाद अब वैक्सीन में भी जालसाजी? तृणमूल कांग्रेस लोगों के भरोसे का इतना ही सम्मान करती है!!
बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और ममता बनर्जी को नंदीग्राम में विधानसभा चुनाव हराने वाले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कठघड़े में खड़ा किया है. श्री अधिकारी ने कहा है कि एक व्यक्ति खुद को आइएएस अधिकारी के रूप में पेश करके कसबा में फर्जी वैक्सीनेशन कैंप लगाता है. इस दौरान वैक्सीनेशन कार्यक्रम से जुड़े स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन हुआ. यह विभाग की निष्ठा पर सवाल खड़े करता है. जब एक सांसद को फर्जी वैक्सीन लगा दिया गया, तो आम लोगों की सुरक्षा का क्या होगा?
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