गोरखपुर: गोरखपुर से लखनऊ तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस बाड़/दीवार के पीछे चलेगी. जिससे वंदे भारत एक्सप्रेस और सुरक्षित हो जाएगी. गोरखपुर-लखनऊ मार्ग को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेनों के लिये तैयार किया जा रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर से लखनऊ के मध्य प्रशिक्षण में रेल लाइन के किनारे सेफ्टी फेसिंग (बाड़/दीवार) लगाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. वर्तमान में गोरखपुर लखनऊ रोड पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चल रही है.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कैटल रन ओवर की रोकथाम के लिए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर बाउंड्री वॉल अथवा फेसिंग का कार्य किया जा रहा है. हाई स्पीड के लिए चिन्हित गोरखपुर से लखनऊ के मध्य पूर्व सेक्शन में सेफ्टी फेसिंग लगाए जाने का कार्य प्रस्तावित है.
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बीते शनिवार को गोरखपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर गोरखनाथ पुल के नीचे रेलवे क्रॉसिंग के पास एक सांड बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से टकरा गया था. कोच में फंसे सांड को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया तो ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई. ट्रेन से 2.15 घंटे खड़ी रही आने वाले दिनों में गोरखपुर लखनऊ मार्ग पर हाई स्पीड ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. इसलिए प्रशासन ने बाड़ /दीवार लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है.
रेल प्रशासन ने ट्रेन से मानव दुर्घटना और पशुओं के कटने को रोकने के लिए जगहों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिसके बाद इन जगहों पर और बाड़/दीवार लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. आरसीसी के अलावा रेलवे के पुराने स्लीपर से रेल लाइनों के किनारे दीवार तैयार की जा रही है. बाड़/दीवार लग जाने से दुर्घटना अतिक्रमण और गाड़ियों की लेटलतीफी पर रोक लगेगी.
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ वाराणसी और इज्जत नगर मंडल में चिन्हित 162 किलोमीटर रेल लाइन में 135 किलोमीटर रेल लाइन के किनारे बाड़/ दीवार लगा दिए गए हैं. इनमें लखनऊ मंडल में 47 किलोमीटर वाराणसी मंडल में 75 में से 48 किलोमीटर तथा इज्जत नगर मंडल में 30 किलोमीटर रेल लाइन के किनारे बाड़ /दीवार लगा दी गई है.
रिपोर्ट: कुमार प्रदीप