गोरखपुर: कभी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसते थे वनटांगिया लोग, आज रैंप पर थिरकते हैं उनके कदम

गोरखपुर में वनटांगिया समाज की महिलाओं ने फैशन शो में हिसा लिया. वनटांगिया समाज के लोग कभी सारी मूलभूत सुविधाओं से थे वंचित. सीएम योगी ने इनके लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी है. 2017 के बाद वनटांगिया समाज के लोगो को हक मिला है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2023 11:15 AM

नारी स्वावलंबन व सम्मान के लिहाज से बदलाव की यह दास्तां गोरखपुर के वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन की है. कभी झुग्गियों में रहने को ही जिन वनटांगिया महिलाओं व युवतियों ने अपनी नियति मान लिया था. आज उनका जलवा फैशन शो के रैंप तक नजर आता है. जनवरी 2022 से अब तक गोरखपुर महोत्सव, आगरा महोत्सव, अयोध्या के सावन झूला महोत्सव, मथुरा, काशी में जी-20 समारोह व महराजगंज महोत्सव में आयोजित फैशन व संस्कृति शो में वनटांगिया महिलाओं ने शानदार प्रतिभागिता से यह साबित कर दिखाया है कि मौका मिलने पर वे किसी से कमतर नहीं हैं. गोरखपुर में पैदा हुईं राजस्थान मूल की की सुगम सिंह शेखावत ने वनटांगिया महिलाओं व युवतियों को फैशन शो के रैंप तक का सफर कराया है. सुगम की परास्नातक तक की शिक्षा गोरखपुर में ही हुई है. वह वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं. वंचितों में गिने जाने वाले वनटांगिया समाज के लोगों की जिंदगी में व्यापक परिवर्तन लाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुरीद है सुगम सिंह शेखावत.


किशोरी और बुजुर्ग महिलाएं कर रहीं हैं रैंप शो

सुगम सिंह शेखावत का कहना है कि फैशन व संस्कृति शो में प्रतिभाग कराकर. वह वनटांगिया नारियों को आगे बढ़ाने की सीएम योगी की सोच व उनके द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति से खुद को जोड़ रही हैं. फैशन शो में रैंप पर चलने वालों में कोई बकरी चराती थीं, तो कोई खेती का काम करतीं थी. सुगम उन्हें प्रशिक्षित कर रैंप तक ले आई हैं. इन्होंने कभी स्टेज तक नहीं देखा था. आज 17 साल की किशोरी से लेकर 66 वर्ष की बुजुर्ग तक रैंप पर सम्मान बटोर चुकी हैं.

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वनटांगिया समाज के सपने हो रहे साकार

उल्लेखनीय है कि दशकों तक उपेक्षा ही वनटांगियों की पहचान बनी हुई थी. 2017 के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से इनके जीवन में भी विकास की दस्तक हुई. बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त होकर वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ चुके हैं. आवास, बिजली, पानी, चूल्हा, राशन, पेंशन, सड़क, खेत की चिंताओं से उपर उठकर अब बड़ा सपना देख रहे हैं.

वनटांगिया महिलाओं ने अब तक जितने भी फैशन शो किए,वे सब भारतीय संस्कृति के थीम पर रहे हैं. इसका सिलसिला शुरू हुआ गोरखपुर महोत्सव 2022 से जिसके शो स्टॉपर थे फ़िल्म अभिनेता व सांसद रविकिशन. फिर तो आगरा महोत्सव, अयोध्या, मथुरा में भी उनके कदम आत्मविश्वास से आगे बढ़ते गए। काशी में जी-20 के समारोह में विदेशी मेहमान भी उनके कायल हो गए. सुगम सिंह शेखावत बताती हैं कि हर आयोजन में लोगों को यह भी जानकारी दी जाती है कि वनटांगिया लोगों की पहले जिंदगी कैसी थी और योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद क्या बदलाव आया.

रिपोर्ट– कुमार प्रदीप,गोरखपुर

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