वाराणसी की दीवारों पर संस्कृति की झलक, शिव नगरी की गलियों को देख आप भी कहेंगे- गजब है गुरु
वार्ड में स्मार्ट सिटी के तहत चारों तरफ चित्रकारी की गई है. यहां का माहौल काशी की संस्कृति को दिखाता है. चित्रों के माध्यम से चारों तरफ काशी के घाट, पुजारी, महादेव, संत-महात्मा के चित्र दीवारों पर उकेरे गए हैं.
Varanasi News: पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं. 23 दिसंबर को पीएम मोदी ने शहर के पांच वार्ड के स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पुनर्विकास के कार्यों का लोकार्पण कर दिया.
सभी वार्ड में पुनर्विकास कार्यों के अंतर्गत चित्रकारी से काशी की संस्कृति, घाट, पुजारी, साधु-संत की तसवीरों को कलाकारों ने उकेरा है. इन वार्ड में काशी की संस्कृति के साथ ही स्वच्छता का संदेश भी मिलेगा.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कालभैरव वार्ड को 16.24 करोड़, राजमंदिर वार्ड 13.53 करोड़, जंगमबाड़ी वार्ड 12 .65 करोड़ और वीडीए की ओर से गढ़वासी टोला वार्ड 9.60 करोड़, दशाश्वमेध वार्ड 16.22 करोड़ को हाईटेक बनाया जा चुका है.
वार्ड में स्मार्ट सिटी के तहत चारों तरफ चित्रकारी की गई है. यहां का माहौल काशी की संस्कृति को दिखाता है. चित्रों के माध्यम से चारों तरफ काशी के घाट, पुजारी, महादेव, संत-महात्मा के चित्र दीवारों पर उकेरे गए हैं.
चारों तरफ सड़क चमचमा रही है. यहां आने वाले श्रद्धालु भी साफ-सफाई और चित्रकारी की तारीफ कर रहे हैं. इतनी खूबसूरत गलियों को देखकर लोग भी इन्हें अपने मोबाइल में कैद करने से पीछे नहीं हट रहे.
सभी वार्ड एक तरह से सेल्फी पॉइंट के रूप में चर्चित हो रहे हैं. वार्ड के बदले रूप को देखते हुए लोग भी अपना योगदान दे रहे हैं. साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.
7 करोड़ की लागत से गढ़वासी टोला का पुनर्विकास हुआ है. वाराणसी विकास प्राधिकरण ने वार्ड में शत-प्रतिशत कार्य पूरा कर दिया है. यहां सीवर, चौका का कार्य कराया गया है. दीवारों पर वॉल पेंटिंग की गई है.
दीवारों पर चित्रकारी करने का कार्य बीएचयू और विद्यापीठ के फाइन आर्ट्स फैकल्टी के स्टूडेंट्स ने किया है. छात्रों की मेहनत और लगन इनके कार्यों से बखूबी झलक रही है.
पांचों वार्ड की गलियों में सड़के ऐसी बनाई गई हैं, जहां बिना हिचकोले खाए गाड़ियां चल सके. जिन पत्थरों से सड़कें बनाई गई हैं, उनके नीचे विशेष पीसीसी लेवलिंग की गई है.
गलियों में सुव्यवस्थित तरीके से पानी और सीवर के लिए पाइप बिछाई गई है, जिससे वो लंबे समय तक चलें. बरसात में पानी नहीं रूकने के लिए गलियों में पानी निकासी के लिए अलग से नालियां बनाई गई हैं.
भविष्य में बिजली, इंटरनेट या टेलीफोन केबल आदि की मरम्मत या नई लाइन बिछाने के लिए अलग डक्ट लाइन भी दी गई है. दीवारों पर 2 मीटर तक वॉल पेंटिंग की गई है.
(तसवीर और रिपोर्ट:- विपिन सिंह, वाराणसी)
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