UP Election 2022: ओम प्रकाश राजभर यूपी में कहीं से भी चुनाव लड़ें, उनकी जमानत जब्त होनी तय है- अनिल राजभर
UP Election 2022: कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मुझे तो शक है कि ओम प्रकाश राजभर चुनाव लड़ेंगे. उत्तर प्रदेश में वे कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे, जमानत जब्त होनी उनकी तय है.
Varanasi News: वाराणसी में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के शिवपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर पलटवार किया है. अनिल राजभर ने कहा कि वे कहीं से भी यदि चुनाव लड़ते हैं तो इस बार काशी की जनता समेत राजभर समाज उन्हें सबक सिखाकर रहेगा. उनकी जमानत जब्त हो जाएगी. उन्होंने बाबा विश्वनाथ व कांवड़ यात्रा समेत महाराजा सुहेलदेव राजभर का जो अपमान किया है, उसके लिए जनता उनको कभी माफ नहीं करेगी.
ओम प्रकाश राजभर को जनता सिखाएगी सबककैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मुझे तो शक है कि ओम प्रकाश राजभर चुनाव लड़ेंगे. उत्तर प्रदेश में वे कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे, जमानत जब्त होनी उनकी तय है. यदि वे हमारी विधानसभा में आना चाहते हैं तो बनारस के लोग तो इंतजार कर ही रहे हैं. बाबा विश्वनाथ के लिए अपशब्द कहना व बाबा भोलेनाथ की कांवड़ यात्रा को अपमानित करना, राष्ट्रवीर राजा सुहेलदेव राजभर के सम्मान के साथ समझौता करना, इन सब बातों के लिए बनारस वालों के साथ ही साथ राजभर समाज के लोग भी इंतजार कर रहे हैं. जनता उनको सबक सिखाएगी. 10 मार्च को जब परिणाम आएगा तो सब साफ हो जाएगा.
अनिल राजभर ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर बस अपनी जबान पर टिके रहें. पार्टी से टिकट मिलने की बात पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि टिकट मांगना हर कार्यकर्ता का अधिकार होता है और पार्टी जिसको आदेशित करती है, वह चुनाव के मैदान में जाता है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 300 के पार का नारा दिया है. उसका हम सब पालन करेंगे. एक बार फिर 2017 की पुनरावृत्ति होगी और 2017 से भी मजबूत स्थिति में हमलोग रहेंगे.
Also Read: UP Election 2022: वाराणसी में कांग्रेस नेता अजय राय ने योगी सरकार पर लगाए कई गंभीर आरोप भारत के खिलाफ बोलना कांग्रेस की संस्कृतिकैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भारत के खिलाफ बोलना कांग्रेस की संस्कृति हो गई है. ये उनके खून में शामिल हो गया है. भारत का आत्मनिर्भर बनना, ऐसे लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है. इसीलिए ये उलजुलूल बयान दे रहे हैं.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी