Varanasi News: मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG में वांछित 50 हजार के इनामी डॉ. अफरोज को वाराणसी के सारनाथ थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को डॉ. अफरोज को अदालत में पेश कर के जेल भेजा जाएगा. अफरोज के पास से NEET UG Exam में शामिल हुए अभ्यर्थियों के मार्कशीट भी बरामद हुई है.
वाराणसी पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार डॉ. अफरोज ने बताया कि 2010-2011 के सत्र में उसका एडमिशन एमबीबीएस में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में हुआ था. 2017 -2018 में पास हुआ था. डॉ. अफरोज का चयन 2019 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मेडिकल ऑफिसर के पद पर हुआ था. वर्तमान में तैनाती डॉ. अफरोज की लखनऊ के दाऊदनगर पीएचसी एवं मोहनलाल गंज में चिकित्सा अधिकारी कार्यरत था. डॉ. अफरोज की शादी 2020 में लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ. शिफा खान से हुई थी.
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डॉ. अफरोज ने बताया कि लखनऊ वह 2019 में आया. लखनऊ में उसकी मुलाकात सॉल्वर गैंग के सदस्य डॉ. ओसामा और सॉल्वर गैंग के मास्टर माइंड निलेश उर्फ पीके से हुई. उसने 2021 में नीट परीक्षा में चार कैंडिडेट को सॉल्वर बैठाकर उन्हे पास कराने का जिम्मा लिया था.
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वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र स्थित एक स्कूल में 12 सितंबर को नीट-यूजी की प्रवेश परीक्षा आयोजित थी. हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की छात्रा जूली कुमारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बीएचयू छात्रा जूली कुमारी और उसकी मां बबिता कुमारी से पूछताछ में वाराणसी पुलिस को सॉल्वर गैंग के सदस्यों की जानकारी मिली थी. 12 सितंबर को बीएचयू छात्रा जूली कुमारी और उसकी मां बबिता की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर डॉ. अफरोज नेपाल भाग गया था.
डॉ. अफरोज लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा. नेपाल के बाद हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, अपने ससुराल अमेठी और हैदराबाद में स्थान बदल-बदल कर छिपकर रह रहा था और लगातार प्रयासरत रहा कि हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल जाए. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस अब तक साल्वर गैंग के सरगना निलेश उर्फ पीके सहित 19 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है.
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वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि एमबीबीएस में डॉ. अफरोज का चयन सीपीएमटी के माध्यम से वर्ष 2010 में हुआ था. काउंसलिंग के समय ही एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा शिकायत की गई कि डॉ. अफरोज का सिलेक्शन फर्जी तरीके से सॉल्वर को बैठाकर कराया गया है. इस पूरे प्रकरण में कानपुर के थाना स्वरूप नगर में मुकदमा दर्ज हुआ था.
मुकदमा दर्ज होने के बाद डॉ. अफरोज की इंटर्नशिप रूक गई थी. 2017 में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लग जाने के बाद इंटर्नशिप पूरी हुई थी. सारनाथ थाना क्षेत्र के सिंहपुर से पुलिस टीम ने डॉ. अफरोज को गिरफ्तार किया है. डॉ. अफरोज को आज अदालत में पेश करके जेल भेजा जाएगा.
ए सतीश गणेश, वाराणसी पुलिस कमिश्नर
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी