Loading election data...

Varanasi News: लापरवाही से अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट में लगी थी आग, विशेषज्ञों ने बतायी वजह

आग से सुरक्षा के उपाय के सभी उपकरणों को समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए. अपार्टमेंट की छत का दरवाजा हमेशा खुला होना चाहिए. एन्युअल मेंटेनेंस कांट्रैक्ट होना चाहिए. अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए.

By Prabhat Khabar News Desk | April 9, 2022 8:26 PM

Varanasi News: वाराणसी में अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट में लगी आग को लेकर भारी लापरवाही सामने आई हैं, जिसे जानने के बाद इस घटना को लेकर जांच टीम की कार्रवाई जारी है. सिगरा क्षेत्र स्थित 11 मंजिला अन्नपूर्णा अपार्टमेंट के चौथे तल के फ्लैट में लगी आग की भयावहता को देखकर हर किसी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस हादसे को समय रहते टाला या नियंत्रित नहीं किया जा सकता था. इन्ही सारे तथ्यों को लेकर अग्निशमन विभाग, वीडीए, जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम की जांच जारी है और इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को रविवार तक सौंपी जाएगी. अभी तक इसका कारण शॉर्ट सर्किट या दीया माना जा रहा है.

इतनी बड़ी दुर्घटना को देखते हुए विशेषज्ञों ने भी कहा है कि कुछ ऐसे प्वाइंट्स है, जिनपर हम यदि ध्यान देते तो ऐसी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि बहुमंजिला इमारतों से जुड़े हर पहलू को को लेकर हमें गंभीरता हर हाल में बरतनी ही होगी. अन्यथा ऐसी दुर्घटनाओं की आशंका बनी ही रहेगी. उनका कहना है कि हर फ्लोर पर हौज कैबिनेट बंद था. उसकी चाबी वहीं लगी होनी चाहिए थी. यदि सभी फ्लोर का हौज कैबिनेट काम करता रहता तो आग इतनी भयावह नहीं होती.

Also Read: Varanasi News: जलती चिताओं के बीच नगर वधुओं ने सजाई नृत्य की महफिल, काशी की अनोखी है ये परंपरा

अपार्टमेंट में कोई पंप ऑपरेटर नहीं था. पंप चालू करने के लिए कोई अन्य प्रशिक्षित आदमी भी नहीं था. इस वजह से आग लगने के बाद अपार्टमेंट का पंप अग्निशमन विभाग के कर्मी खोजते हुए लगभग 25 मिनट बाद स्टार्ट कर पाए. अपार्टमेंट की छत का दरवाजा बंद किया गया था. ऐसा किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. अपार्टमेंट कैंपस में ही बिल्डिंग मैटेरियल पड़ा हुआ. था. अपार्टमेंट कैंपस में इतनी जगह नहीं थी कि अग्निशमन विभाग की गाड़ियां आसानी से घूम सकें.

Also Read: वाराणसी के 11 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, बिल्डिंग में फंसे 50 से ज्यादा लोगों को किया गया रेस्क्यू

अपार्टमेंट कैंपस के इंट्री प्वाइंट में भी बाधाएं थीं और इसी वजह से अग्निशमन विभाग की गाड़ियों को प्रवेश करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी. अपार्टमेंट में आग से सुरक्षा के बारे में भलीभांति जानकारी रखने वाला कोई प्रशिक्षित आदमी नहीं था. अपार्टमेंट के गार्ड और उसके प्रबंधन से जुड़े अन्य लोग भी इस संबंध में पूरी तरह से अप्रशिक्षित थे. इसमें सावधानी बरतते हुए आग से सुरक्षा के उपाय में भलीभांति जानकारी रखने वाले दो या तीन लोगों की शिफ्ट में रोजाना ड्यूटी लगाना चाहिए. गार्ड वगैरह को भी इस संबंध में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए.

आग से सुरक्षा के उपाय के सभी उपकरणों को समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए. अपार्टमेंट की छत का दरवाजा हमेशा खुला होना चाहिए. एन्युअल मेंटेनेंस कांट्रैक्ट होना चाहिए. अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए.

रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी

Next Article

Exit mobile version