Varanasi News: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में ऐलान किया कि अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति वापस आ रही है. यह मूर्ति करीब 100 साल पहले चोरी हुई थी और कनाडा यूनिवर्सिटी में पहुंच गई थी.
सीएम योगी ने बताया कि पीएम मोदी की कोशिशों के कारण अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति भारत सरकार को प्राप्त हो चुकी है. 11 नवंबर को दिल्ली में मूर्ति को रिसीव किया जाएगा. इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री भी मौजूद रहेंगे. इसके बाद दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए शोभा यात्रा के साथ मूर्ति यूपी लाई जाएगी.
Also Read: Ayodhya Deepotsav 2021 LIVE: आस्था के दिव्य प्रकाश से जगमगाएगी अयोध्या, वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए तैयार रामनगरी
बताया जाता है कि काशी विश्वनाथ धाम में सैकड़ों साल पुरानी मां अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापित होगी. ईशान कोण में मां अन्नपूर्णा की प्राण-प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त में सीएम योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को करेंगे.
काशी विद्वत परिषद के विद्वानों के मार्गदर्शन में प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े आयोजन होंगे. इसके पहले राजधानी दिल्ली से सुसज्जित वाहन से 11 नवंबर को मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति रवाना होगी और 15 को बनारस पहुंचेगी.
100 years ago an idol of Maa Annapurna was stolen from Kashi. It ended up at a university in Canada with the exchange of hands. Government of India has received that idol from the University, it is now being given to the Govt of Uttar Pradesh: UP CM Yogi Adityanath, in Lucknow pic.twitter.com/zcYVID48bG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 3, 2021
काशी से सौ साल पहले मां अन्नपूर्णा की मूर्ति गायब हुई थी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की पहल पर मूर्ति को काशी में दोबारा स्थापित किया जा रहा है. काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. राम नारायण द्विवेदी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा की मूर्ति पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर कनाडा सरकार ने भारत को वापस की है. अन्नपूर्णा की मूर्ति के एक हाथ में अन्न और दूसरे में खीर है. उनकी कृपा से धन-धान्य की कमी नहीं रहती.
Also Read: Ayodhya Deepotsav 2021: राम-सीता शोभा यात्रा के साथ दीपोत्सव की शुरुआत, शाम में जलेंगे लाखों दीपक
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति दिल्ली से निकलने के बाद अयोध्या होते हुए काशी आएगी. 11 नवंबर को मूर्ति दिल्ली से सुसज्जित वाहन से जुलूस के रूप में चलेगी. 12 को सोरा, कासगंज में रुकेगी. 13 को कानपुर, 14 को अयोध्या में ठहराव के बाद 15 को मां अन्नपूर्णा की मूर्ति वाराणसी पहुंचेगी. काशी को अन्न क्षेत्र भी कहा जाता है. शिव ने काशी में मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी. इसलिए काशी में मां अन्नपूर्णा का विशेष महत्व है.