Varanasi News: 5 मिनट में कालिया नाग को नाथेंगे श्रीकृष्ण, शिव की नगरी में सोमवार को कान्हा की लीला

गोस्वामी तुलसीदास के घाट पर अनूठी कृष्ण लीला को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ता है. काशीवासियों के उत्सव मनाने के इस भव्य तरीके से पूरा विश्व आश्चर्य से भर उठता है. इस खास मेले में श्रद्धालु गर्मजोशी से शामिल होते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 7, 2021 12:53 PM

Varanasi News: हर साल लोग वाराणसी के लक्खे मेलो में शुमार नागनथैया लीला देखने का इंतजार करते हैं. महज पांच मिनट के दृश्य में कृष्ण लीला समाहित होती है. गोस्वामी तुलसीदास के घाट पर अनूठी कृष्ण लीला को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ता है. काशीवासियों के उत्सव मनाने के इस भव्य तरीके से पूरा विश्व आश्चर्य से भर उठता है. इस खास मेले में श्रद्धालु गर्मजोशी से शामिल होते हैं.

कुल पांच मिनट के दृश्य में भोले की नगरी में प्रभु श्रीकृष्ण लीला करके कालिया नाग को नथने के लिए यमुना में छलांग लगाएंगे. लीला को देख रहे लाखों भक्त के हर-हर महादेव और जय कन्हैया लाल की, मदन गोपाल की का जयघोष करते हैं. यह मेला सोमवार को भक्तिभाव से आयोजित किया जाएगा.

काशीवासी नागन थैया मेला की तैयारियों में जुटे हैं. पांच मिनट में द्वापर की श्रीकृष्ण लीला देखने के लिए पूरी काशी तुलसीघाट पर उमड़ती है. तुलसीघाट पर आयोजित होने वाली कृष्णलीला का प्रारंभ शाम ढलने के साथ ही शुरू होगा. तुलसीघाट पर आयोजित होने वाले वर्षों पुरानी परंपरा की अगुवाई अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत और नागनथैया लीला के आयोजक प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र करेंगे.

शाम ढलते ही काशी द्वापर युग में तब्दील हो जाएगी. मां गंगा यमुना का रूप लेंगी. काशीवासी ब्रजवासी की भूमिका में होंगे. भोले की नगरी में कान्हा लीला करके कालिया नाग को नथने के लिए यमुना में छलांग लगाएंगे. कुल पांच मिनट की लीला को देख रहे लाखों भक्त के हर-हर महादेव और जय कन्हैया लाल की, मदन गोपाल की के गगनचुंबी जयघोष करेंगे. नागनथैया मेले को लेकर प्रसाशन ने अपनी तैयारियां हर तरह से पूरी कर ली है. इन दिनों गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ की भी तैयारी पुख्ता हो चुकी है. सुरक्षा के सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं.

(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)

Also Read: उत्तर प्रदेश के अयोध्या, काशी और प्रयागराज में रामायण सर्किट ट्रेन का पड़ाव, ऐसी होगी यात्रियों की रूटीन

Next Article

Exit mobile version