Varanasi News: वाराणसी के लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में 9 वर्षीय बच्ची के साथ रेप की घटना को लेकर लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. स्कूल को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग भी सख्त कार्रवाई करने के लिए मान्यता सम्बन्धी फाइल के दस्तावेज टटोल रहा है. बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में यह बात सामने आई है कि स्कूल ने CBSE और बेसिक शिक्षा विभाग दोनों से मान्यता ले रखी है. इसलिए पेपर और डॉक्यूमेंट मंगाकर जांच की जा रही है. इसमें कहीं कोई गलती पाई जाएगी तो कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) डॉ. राकेश कुमार सिंह ने 3 सदस्यों की कमेटी गठित कर दी है ताकि दस्तावेज में कोई गलती पाए जाने पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा सके.
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IIT-BHU समेत कई संस्थानों के अभिभावकों ने इस पर विरोध जताते हुए BHU सिंह द्वार से लेकर चितईपुर और लहरतारा तक कई चौराहों पर स्कूल मैनेजमेंट और प्रिंसिपल के विरोध में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. करीब 100 की संख्या में लोग शाम 6 बजे से चितईपुर चौराहे पर दुष्कर्म के आरोपी और स्कूल मैनेजमेंट को कड़ी सजा दिलाने के लिए एकजुट होंगे.
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल को इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगनी चाहिए. चेयरमैन दीपक मधोक सहित स्कूल के पूरे मैनेजमेंट को सार्वजनिक तौर पर माफी मागंते हुए प्रिंसिपल को तत्काल स्कूल से निकाल देना चाहिए. वहीं, स्टाफ से भी इसकी पूछताछ की जाए कि ऐसी गंदी मानसिकता वाले कैसे वहां पर काम करते हैं. यदि स्कूल में इस तरह का माहौल रहेगा तो बच्चे कैसे सुरक्षित रहेंगे. दुष्कर्म के आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
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अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही से ही दुष्कर्म के 4 दिन बाद स्कूल मैनेजर की गिरफ्तारी हुई है. इस घटना से सबक लेते हुए अपर पुलिस आयुक्त (अपराध और मुख्यालय) सुभाष चंद्र दुबे ने वार्निंग दी है कि 3 दिन बाद वह खुद हर स्कूलों का निरीक्षण करेंगे. जहां भी CCTV कैमरे नहीं मिलेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी. सभी स्कूल मैनेजर और प्रिंसिपल अपने स्कूल में यह व्यवस्था करें. साथ ही स्कूल के अंदर गर्ल्स और ब्वॉयज टॉयलेट हर फ्लोर पर होना चाहिए.
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)