ज्ञानवापी जाने से रोकने पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा, त्यागा अन्न-जल
Gyanvapi Case: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में कथित तौर पर शिवलिंग मिलने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वहां पूजा करने को अड़ गए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद वह केदार घाट स्थित श्री विद्यामठ में अन्न-जल त्याग कर अनशन पर बैठे हैं.
Gyanvapi Case: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में कथित तौर पर शिवलिंग मिलने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वहां पूजा करने को अड़ गए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद वह केदार घाट स्थित श्री विद्यामठ में अन्न-जल त्याग कर अनशन पर बैठे हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद अनशन पर इस संकल्प लेकर बैठे हैं कि वह जबतक वहां नही जाएंगे तबतक अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे. उन्हें रोकने के लिए मठ के बाहर भारी पुलिस फ़ोर्स तैनात कर दी गयी है.
वहीं इन सब के बीच स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के अधिवक्ता ने जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर पूजा पाठ की अनुमति की मांग की है. साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि न्यायालय में अवकाश के मद्देनजर इस वाद की सुनवाई वैकेशन जज से करवायी जाए. फिलहाल जिला जज ने इस मामले में सुनवाई के लिए 6 जून की तारीख दी है.
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के अधिवक्ता ने जिला जज के यहां प्रार्थना पत्र देते हुए कहा है कि जिला न्यायालय ग्रीष्मावकाश के कारण बंद है, ऐसे में इस मामले को देखते हुए वाद की सुनवाई वैकेशन जज के न्यायालय में करने के लिए आदेशित करें. इसपर जिला जज की अदालत में ये प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए 6 जून सोमवार की तिथि मुकर्रर की है.
शनिवार स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शिवलिंग के पूजन का ऐलान किया था, जिसके बाद से प्रशासन चौकन्ना हो गया. सुबह कमिश्नरेट पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल विद्या मठ के बाहर तैनात कर दिया और हाउस अरेस्ट कर लिया. प्रशासन द्वारा शनिवार को रोके जाने के बाद स्वामी अवधेशानंद नाराज होकर मठ में ही अनशन पर बैठ गए है. उन्होंने कहा है कि जब तक पूजन के लिए उन्हें इजाजत नहीं मिलेगी, वह अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे। इस बाबत उन्होंने पुलिस कमिश्नर को भी पत्र लिख दिया है.