काशी से काबा जाना इस साल आसान नहीं, हज यात्रा के नियमों में बदलाव से परेशान यात्री, सरकार से की ये मांग
haj yatra 2021 in up: पूरे उत्तर प्रदेश के लोग केवल लखनऊ से ही उड़ान भर सकेंगे. बनारस के साथ ही देशभर के कुल 11 सेंटरों को इस बार बंद कर दिया गया है. इसमें बिहार का पटना और गया सेंटर भी बंद किया गया है.
वाराणसी का हज यात्रा सेंटर खत्म करने से पूर्वांचल के 20 जिलों के मुसलमानों की यात्रा पर असर पड़ा है. देशभर के 11 सेंटर बंद होने के बाद हज यात्रा में परेशानी हो रही हैं. काशी-काबा की यात्रा हर साल हजारों लोग करते हैं. इस बार कोरोना के कारण 2 साल बाद हज यात्रा फिर से शुरू हो रही है. लेकिन, इस बार वाराणसी से कोई फ्लाइट हज के लिए जेद्दा या मदीना नहीं जाएगी. इससे हज यात्रियों को काफ़ी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.
अब पूरे प्रदेश के लोग केवल लखनऊ से ही उड़ान भर सकेंगे. बनारस के साथ ही देशभर के कुल 11 सेंटरों को इस बार बंद कर दिया गया है. इसमें बिहार का पटना और गया सेंटर भी बंद किया गया है. इससे बिहार का भी दबाव लखनऊ पर ही पड़ेगा. पहले इसकी जिम्मेदारी विदेश मंत्रालय को मिली थी.
शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता और हजरत अली समिति के सचिव हाजी फरमान हैदर का कहना है कि ऐसा पहली बार है कि वाराणसी को हज यात्रा का सेंटर नहीं बनाया गया. वहीं, हज की जिम्मेदारी पहले विदेश मंत्रालय संभालता था, मगर इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय के पास इसकी जिम्मेदारी आ गई. इसके बाद सेंटर को बंद करने का फरमान आया.
विदेश मंत्रालय इस यात्रा को बेहतर ढंग से पूरा कराता है. वाराणसी और पूर्वांचल समेत 15-20 हजार लोग इस यात्रा पर मक्का-मदीना जाते थे. सब्सिडी पहले ही खत्म कर दी गई है. अब सीधी फ्लाइट भी नहीं. सब्सिडी पर 1 हज यात्री पर 2 लाख रुपए खर्च होते थे जो कि सब्सिडी खत्म करते ही यह रेट अब सवा 3 लाख में हो गया है. इसकी वजह से हज यात्रियों पर भार ज्यादा हो गया है.
दूसरी तरफ काशी-काबा की यात्रा न करना एक संस्कृति पर चोट के बराबर है. हज यात्रियों का कहना है कि सरकार वाराणसी समेत सभी 11 सेंटरों को फिर से खोल दे. इस बार हर साल से अधिक भीड़ होने का अनुमान है, क्योंकि कोरोना के कारण 2 साल से इंतजार करने वालों की अच्छी खासी हुजूम है. इसमें बिहार का पटना और गया सेंटर भी बंद किया गया है.
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इससे बिहार का भी दबाव लखनऊ पर ही पड़ेगा.यUP के लोगों के लिए केवल लखनऊ को ही हज यात्रा का सेंटर बनाया गया है. इसमे 65 साल से ऊपर वालो को हज यात्रा में न जाने का आदेश है. जुलाई में शुरू हुई इस यात्रा की अंतिम तारीख 31 जनवरी 2022 निर्धारित की गई है.
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज एक्शन प्लान 2022 जारी कर दिया है. इसकी वेबसाइट hajcommittee.gov.in पर फॉर्म का प्रोफार्मा भी है. यात्रा से 1 माह पहले तक कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेना अनिवार्य किया गया है.
रिपोर्ट : विपिन सिंह