वाराणसी पुलिस में सब इंस्पेक्टर अमित कुमार को रेप धोखाधड़ी के सहित एक दर्जन से ज्यादा मामले के आरोप में वाराणसी कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध ) सुभाष चंद्र दुबे ने विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है. करीब 6 माह पहले अमित कुमार का इंस्पेक्टर पद से डिमोशन सब इंस्पेक्टर पर कर दिया गया था.
मेरठ के मूल निवासी सब इंस्पेक्टर अमित कुमार वाराणसी में क्राइम ब्रांच में तैनात था. 2020 में मथुरा की एक युवती ने शादी का झांसा देकर रेप करने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा महिला थाने पर दर्ज कराया था. युवती ने बताया था की अमित कुमार से युवती की मुलाकात अमित कुमार के मथुरा में इंस्पेक्टर पद पर तैनाती के दौरान हुई थी.
वाराणसी महिला थाने पर मुकदमा दर्ज होने के बाद सब इंस्पेक्टर अमित कुमार युवती को लगातार धमकी देता था और मुकदमे में समझौते का दवाब बनाता था. समझौता न करने पर युवती की हत्या कराने की धमकी देता था. इस पूरे मामले में युवती के शिकायत पर एसएसपी के आदेश से वाराणसी कैंट थाने पर मुकदमा दर्ज हुआ था.
एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किए जाने पर नाराज हो कर दारोगा एसएसपी आवास पर पेट्रोल लेकर पहुच गया था और खुद पर उड़ेल कर आत्मदाह की धमकी दी थी, जिसके बाद सब इंस्पेक्टर अमित कुमार का तबादला जौनपुर कर दिया गया था. तत्कालीन आईजी ने अमित कुमार के खिलाफ विभागीय जांच कराने का आदेश दिया था. विभागीय जांच में अमित कुमार को वाराणसी अफसरों ने जांच में दोषी पाया और उसे बर्खास्त करने का निर्णय लिया है.
सब इंस्पेक्टर की पत्नी मीनाक्षी पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है. अमित कुमार और मीनाक्षी का रिश्ता भी ठीक नही बताया जा रहा है. अमित कुमार की प्रताड़ना से अजीज आ कर वे अलग रहने लगी है. मीनाक्षी मेरठ के सिविल लाइन थाना के मानसरोवर क्षेत्र में रहती है. मीनाक्षी ने डीजीपी को शिकायत की थी कि अमित कुमार ने जालसाजी कर के सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन हुआ है.
अमित कुमार ने अपने घोषणा पत्र में अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे को छुपाया है. मीनाक्षी की शिकायत पर जांच किये जाने पर आरोप सही पाए जाने पर अमित कुमार का इंस्पेक्टर पद से डिमोशन कर के वापस सब इंस्पेक्टर बना दिया गया.
अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय अपराध सुभाष चंद दुबे ने अमित कुमार को जांच में दोषी पाए जाने पर बर्खास्त कर दिया. उन्होंने आगे बताया कि अमित कुमार ने अपने कृत्यों से पुलिस बल की छवि को धूमिल किया है. रक्षक होते हुए भी उसने भक्षक का कार्य किया है. ऐसे दरोगा को पुलिस बल में रहने देने से उसका कुप्रभाव अन्य पुलिसकर्मियों पर भी पड़ेगा. इसके साथ ही समाज में एक गलत संदेश जाएगा और पुलिस बल से आमजन का भरोसा उठेगा. इसलिए मैं दरोगा अमित कुमार को नियुक्ति प्राधिकारी होने के नाते पुलिस विभाग की सेवा से उसकी पदच्युति का आदेश देता हूं.
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इनपुट: विपिन सिंह