Vasantik Navratri 2022: झारखंड के चतरा जिले के इटखोरी स्थित मां भद्रकाली मंदिर में वासंतिक नवरात्र की महाष्टमी की रात 10 बजकर 27 मिनट पर कुष्मांडा संधि बलि दी गई. इस मौके पर भुआ, ईख, नारियल, सेब, संतरा समेत अन्य फलों की बलि दी गई. बलि का समय होते ही सभी साधकों ने हाथ में खड़ग तलवार लेकर रस्म पूरी की. वासंतिक नवरात्र के नौवें दिन आज रविवार को मां सिद्धिदात्री की पूजा हुई. इस मौके पर रविवार को मां भद्रकाली मंदिर में भक्तों की भीड़ रही.
मां भद्रकाली का विशेष शृंगार
वासंतिक नवरात्र की महाष्टमी की रात को बलि से पहले मां भद्रकाली का विशेष शृंगार किया गया. उसके बाद पूजा-अर्चना की गई. पुजारी नागेश्वर तिवारी व कामेश्वर तिवारी ने विधि-विधान से पूजा करायी. इस दौरान कुष्मांडा संधि बलि का विधान पूरा कराया. इस मौके पर मां भद्रकाली मंदिर में देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी थी.
मां सिद्धिदात्री की पूजा
वासंतिक नवरात्र के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा हुई. इस मौके पर रविवार को मां भद्रकाली मंदिर में भक्तों की भीड़ रही. मंदिर की यज्ञशाला में दिनभर हवन पूजन हुआ. जिन साधकों ने कलश स्थापित किया था, उन्होंने हवन के साथ पूर्णाहुति की.
सौनिया गांव में हुआ नाटक
चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड के सौनिया गांव में चैती दुर्गा पूजा के अवसर पर नाटक का आयोजन किया गया. गांव के युवकों ने स्वयं नाटक प्रस्तुत किया. युवकों की टीम ने अदाकारी पेश की. दर्शकों ने युवकों की भूमिका की खूब प्रशंसा की. आपको बता दें कि सौनिया गांव में वर्षों से चैती दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता रहा है.
रिपोर्ट: विजय शर्मा