यूपी के जौनपुर में स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो गई. लेकिन फिर भी इस सत्र में 1100 से अधिक सीट रिक्त रह गई. परिसर में 2325 सीटों में से कुल 1298 पर ही छात्रों ने प्रवेश लिया है. यह आंकड़ा नवंबर 2023 तक का है. विश्वविद्यालय के सूत्रों की माने तो प्रवेश के बाद भी कई छात्रों ने अपना दाखिला निरस्त करवा लिए हैं. यह स्थिति विश्वविद्यालय की तब है जब सीट भरने के लिए प्रशासन की तरफ से माप अप राउंड भी चलाया जा चुका है. इसके बाद भी जितनी सीट थी उतने विद्यार्थी नहीं मिल पाए. इसके पीछे की वजह काउंसलिंग प्रक्रिया की देरी भी बताई जा रही है और विश्वविद्यालय की तकनीकी खामिया भी वजह बन रही है. विश्वविद्यालय से जुड़े दो जिले के महाविद्यालय भी हैं. हालांकि महाविद्यालय में कुल कितनी सीट है, इसका आंकड़ा विश्वविद्यालय के पास अभी तक नहीं आया है.
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गौरतलब है कि विश्वविद्यालय परिसर के दाखिले की प्रक्रिया पीयू कैट की तरफ से कराई जाती है. ऑनलाइन आवेदन से लेकर प्रवेश प्रक्रिया और परिणाम आने तक की सभी जिम्मेदारी पीयू कैट की होती है. इसके बाद विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है. ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया जाता है. जिसके बाद उन्हें प्रवेश दिया जाता है. विश्वविद्यालय की तरफ से कुछ सीट खाली रह गई थी. जिसके बाद विश्वविद्यालय की तरफ से मापन राउंड चलाया गया था. इसके बाद भी परिसर की सीट खाली रह गई. विश्वविद्यालय के आंकड़ों की माने तो सभी संकायों, संस्थाओं को मिलाकर यूजी और पीजी में 2325 सीट है, जिनमें अभी तक 1000 से अधिक सीटें खाली रह गई हैं. पिछले साल के आंकड़े की बात करें तो 2140 सीट थी, जिसमें से 700 सीट भरपाई थी.
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कर्नलगंज में मंगलवार की रात एक बजे के करीब जीएन झा और एस एस एल हॉस्टल के छात्रों के बीच पहले पथराव हुआ. फिर बमबारी हुई. सूचना पर पुलिस पहुंची तो दोनों हॉस्टल के छात्र भाग निकले. मामले में अभी किसी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए बमबाजी और पथराव करने वालों की तलाश में जुट गई है. मामले में नाका चौकी प्रभारी की ओर से खुद तहरीर देकर लगभग 100 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ बलवा बमबाजी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है. दोनों हॉस्टल आमने-सामने स्थित हैं. एसीपी राजेश यादव का कहना है कि प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि दिन में छोले भटूरे की दुकान पर किसी बात को लेकर दोनों हॉस्टल के कुछ छात्रों के बीच विवाद हुआ था. रात में झगड़ा इसी बात को लेकर हुआ या कोई अन्य विवाद था. यह उपद्रव में शामिल लड़कों के पकड़े जाने के बाद ही बताया जा सकेगा.