वाहन चोरों ने सरकारी विभाग की तरह बांट रखा था काम, एक चोरी करता, दूसरा काटता, तीसरा बाजार में पार्ट बेच देता
जिला अस्पताल प्रशासन की शिकायत और जिस तीमारदार की बाइक चोरी हुई थी उसके शिकायत के आधार पर पुलिस ने सादा वर्दी में पुलिस कर्मियों को जिला अस्पताल में तैनात किया था. उनके इनपुट के आधार पर चोरों को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया.
आगरा. पुलिस ने वाहनों को चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन चोरों को गिरफ्तार किया है. ये जिला अस्पताल से करीब 2 महीने में आधा दर्जन दो पहिया वाहन चोरी कर चुके थे. तीनों अभियुक्तों ने किसी सरकारी विभाग की तरह अपने काम बांट रखे थे. एक अभियुक्त बाइक चोरी करता था तो दूसरा बाइक को काटकर उसके पार्ट को अलग करता था. तीसरा अभियुक्त कबाड़ी था वह इन वाहनों के पार्ट्स को बेच दिया करता था. जिला अस्पताल प्रशासन की शिकायत और जिस तीमारदार की बाइक चोरी हुई थी उसके शिकायत के आधार पर पुलिस ने सादा वर्दी में पुलिस कर्मियों को जिला अस्पताल में तैनात किया था. उनके इनपुट के आधार पर चोरों को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया.
राजस्थान का रहने वला है गैंग के मास्टरमाइंड रामजानी
पुलिस पूछताछ में वाहन चोरी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड रामजानी पुत्र हरिओम निवासी जरैया मोहल्ला, ग्राम व थाना राजाखेड़ा जिला धौलपुर ने बताया कि उसके गैंग में दो अन्य सदस्य और हैं.जिनका नाम शंकर पुत्र रोशन सिंह निवासी ग्राम चहलपुरा थाना कोलारी जिला धौलपुर, सोहेल पुत्र इंसाफ अली निवासी गाटर वाली गली, नरी पुरा थाना शाहगंज है. तीनों लोग मिलकर वाहन चोरी का गैंग चलाते हैं.अभियुक्तों ने बताया कि वह लोग जिला अस्पताल में खड़ी बाइक का पेचकस नुमाचाबी से लॉक तोड़ते थे और उसे चोरी कर लेते थे. वाहन चोर गैंग का मास्टरमाइंड रामजानी है.
चार मोटरसाइकिल, स्कूटी और पार्ट्स बरामद
गैंग का दूसरा सदस्य मैकेनिक शंकर दोपहिया वाहनों को काटकर उनके पार्ट्स अलग कर देता था. उसके बाद तीसरा सदस्य सोहेल जोकि कबाड़ी का काम करता है वाहनों के इन पार्ट्स को बाजार में बेच दिया करता था. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि इन तीनों अभियुक्त के पास से चार मोटरसाइकिल, एक एक्टिवा स्कूटी और आठ नंबर प्लेट के साथ दोपहिया वाहनों के कुछ पार्ट्स भी बरामद हुए हैं. इन लोगों का लंबा आपराधिक इतिहास है. यह कई बार जेल भी जा चुके हैं.