दिग्गज अदाकारा मुमताज अपने शानदार करियर में कुछ सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों के लिए जानी जाती हैं, बॉलीवुड में एंट्री करने के तुरंत बाद वो एक सनसनी बन गईं. उस समय शम्मी कपूर और मुमताज का अफेयर चल रहा था और अभिनेता ने उनसे शादी करने की इच्छा भी जाहिर की थी. लेकिन दूसरी ओर मुमताज ने कथित तौर पर शम्मी कपूर की शादी का प्रपोजल ठुकरा दिया था.
मुमताज ने हाल ही में शम्मी के प्रपोजल को ठुकराने की असली वजह का खुलासा किया है. उन्होंने दावा किया कि शम्मी कपूर उनसे प्यार करते थे, लेकिन कपूर परिवार बहुत सख्त था, और वह सब कुछ त्यागने, उनसे शादी करने और घर बसाने को तैयार नहीं थी. टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं 17 साल की उम्र में उद्योग में शामिल हो गई थी. इसलिए, सब कुछ छोड़ना बहुत जल्दी था.” उन्होंने कहा कि, उनके पास अपने परिवार की जिम्मेदारी थी और यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि उन्हें अच्छी तरह से रखा जाए.
जब उन्होंने शम्मी कपूर को मना कर दिया तो लोग हैरान थे कि वह उसे कैसे उन्हें रिजेक्ट कर सकती हैं. उन्होंने कहा, “शुरुआत में लोग मान ही नहीं पाते थे कि मुमताज ने शम्मी कपूर के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है, क्योंकि वो कहां थे और हम कहां थे, जमीन आसमान का फर्क था. तो लोगों को भरोसा करना मुश्किल था. उस जमाने में बोलते थे कि हो ही नहीं सकता. हो ही नहीं सकता कि शम्मी को मुमताज मना कर दे.”
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि कैसे शम्मी ने मना करने के बाद उसके इरादों पर सवाल उठाया. मुमताज ने इंटरव्यू में आगे कहा, “लेकिन, जब मैंने उन्हें मना कर दिया, तो उन्होंने शक करना शुरू कर दिया कि नई तुझे हीरोइन बनाना है इसीलिए तुम मुझसे शादी नहीं करना चाहती, तुम मुझसे कभी प्यार नहीं करती थी.”
Also Read: मां बनने के बाद पहली बार भारत आयेंगी प्रियंका चोपड़ा, जल्द शुरू करेंगी इस फिल्म की शूटिंग
बता दें कि, मुमताज पिछले कुछ सालों से फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं लेकिन वो सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव रहती हैं. कुछ महीने पहले उनकी मुलाकात शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी पत्नी पूनम सिन्हा से हुई थी. शत्रुघ्न ने इंस्टाग्राम पर अपनी मुलाकात की तसवीरें साझा की थी और लिखा था, “यह एक सुखद आश्चर्य था जब हमारी दोस्त और मेरे निजी पसंदीदा, सबसे खूबसूरत, प्रतिभाशाली अभिनेत्री मुमताज़ ने हमें कुछ दिन पहले हमारे घर ‘रामायण’ में एक यात्रा की थी. अच्छे पुराने समय को याद करना वास्तव में उदासीन था.”