Varanasi News: काशी के गंगा घाट पर विवादित पोस्टर चस्पा करने वाले विहिप महानगर मंत्री व बजरंगदल संयोजक पर आखिरकार रविवार को गाज गिर ही गयी. रविवार शाम 5 बजे इंग्लिशया लाइन स्थित विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में अतिआवश्यक बैठक हुई, जिसमें विहिप के काशी प्रान्त के पालक प्रभारी विमल श्रीवास्तव व विहिप महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह सहित विहिप के बड़े नेताओं ने गंगा घाट पर विवादित पोस्टर चिपकाने वाले विहिप महानगर मंत्री राजन गुप्ता व बजरंगदल संयोजक निखिल त्रिपाठी ‘रुद्र’ को निष्कासित कर दिया.
गंगा घाट पर पोस्टर लगाए जाने पर वाराणसी से लेकर दिल्ली तक बड़े नेता नाराज थे. चुनाव को देखते हुए कहीं इस तरह के भड़काऊ पोस्टर से जनता के बीच गलत मैसेज न जाये, इसलिए रविवार को विहिप के बड़े नेताओं ने बैठक कर पोस्टर लगाने वाले लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा गंगा घाटों पर गैर हिंदूओं के प्रवेश नहीं करने को लेकर गुरुवार को विवादित पोस्टर लगाए गए थे. कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को ज्वाइंट सीपी (अपर पुलिस आयुक्त) सुभाष दुबे से मिला और इस पोस्टर पर कड़ी आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की. इस पोस्टर को लेकर कांग्रेस, सपा और अन्य दलों के लोगों का लगातार बयान आ रहा है. अपर पुलिस आयुक्त सुभाष दुबे ने प्रकरण की जांच डीसीपी काशी जोन को सौंपी थी.
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के विशेष कार्यपालक मजिस्ट्रेट ने बजरंग दल के संयोजक निखिल त्रिपाठी रुद्र, विश्व हिन्दू परिषद के महानगर मंत्री राजन गुप्ता को नोटिस जारी कर तलब किया था. दोनों पदाधिकारियों को पांच लाख के निजी मुचलके पर रिहा किया गया था और सख्त हिदायत दी गई थी कि अगर एक साल तक किसी प्रकार की दोबारा गलती की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी