आगरा. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (DR. BHIMRAO AMBEDKAR UNIVERSITY, AGRA) में पढ़ने वाले लाखों युवाओं की बल्ले- बल्ले हो गयी है. उनको अब रिजल्ट अथवा किसी अन्य समस्या के लिए धरना प्रदर्शन की जरूरइसत नहीं पड़ेगी. अंक पत्र (mark sheet) में सुधार कराना हो अथवा किसी विषय के पेपर का मसला.किसी काम के लिए इस आफिस से उस आफिस भाग दौड़ नहीं करनी पड़ेगी. यूनिवर्सिटी की एक विशेष अधिकार प्राप्त कमेटी स्टूडेंट्स की समस्याओं का हल करेगी.यूनिवर्सिटी की कुलपति ने यह पहल की है.
डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में आए दिन परीक्षा व परीक्षा परिणामों को लेकर छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदर्शन किए जाते हैं.विश्वविद्यालय के अधिकारियों को ज्ञापन देने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने पर बार उग्र प्रदर्शन हुए हैं. इसके बाद भी छात्र-छात्राओं की समस्या जस की तस बनी रहती हैं. अभी भी कई ऐसे कोर्सेज हैं जिनकी परीक्षाएं नहीं कराई गईं हैं. कई कोर्स की परीक्षा हो गई है लेकिन परिणाम घोषित नहीं किया गया है. इससे छात्र-छात्राओं का समय और भविष्य तो प्रभावित हो रहा है, विश्वविद्यालय की छवि पर भी दाग लग रहे हैं.
डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर आशू रानी (Vice Chancellor Professor Ashu Rani) ने यूनिवर्सिटी की छवि और स्टूडेंट्स के भविष्य को ध्यान में रखकर नई पहल की है. वीसी ने स्टूडेंट ग्रेवियंस रिड्रेसल कमेटी (छात्र समस्या निवारण समिति) का गठन किया है. इस कमेटी में प्रोफेसर सुगम आनंद लोकपाल, प्रोफेसर विनीता सिंह समाज विज्ञान संस्थान, प्रोफ़ेसर मनु प्रताप सिंह निदेशक आईईटी, प्रोफेसर रणवीर सिंह समाज विज्ञान संस्थान, उप कुलसचिव परीक्षा और इंजीनियर राजेश लवानियां आईईटी को सदस्य बनाया है. कमेटी की जिम्मेदारी है कि किसी भी विभाग के छात्र-छात्राओं की परीक्षा अथवा परीक्षा परिणामों से संबंधित सभी शिकायतों का निवारण करे.