Varanasi News: अपने दो दिवसीय दौरे पर काशी पहुंचे भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने दौरे के दूसरे दिन काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर बाबा का दर्शन -पूजन किया. उपराष्ट्रपति ने सपत्नीक देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ का षोडशोपचार विधि से पूजन अर्चन कर अपलक धाम को निहारा और उसके बारे में साथ चल रहे अधिकारियों से जानकारी ली. यहां से होकर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु सीधे बाबा काल भैरव के दरबार पहुंचे, जहां विधि विधान से बाबा का पूजन किया. महंत नवीन गिरी ने उनकी पूजा संपन्न कराई.
शुक्रवार को गंगा आरती देखने पहुंचे आरती घाट पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने वाराणसी शहर के आध्यात्म- संस्कृति से अभिभूत हुए गंगा सेवा निधि के विजिटेड बुक में अपने भाव प्रकट करते हुए लिखा कि महादेव की नगरी वाराणासी में दर्शन व आरती का सौभाग्य मिला.
Also Read: Varanasi News: वाराणसी में दिखा खाकी का मानवीय चेहरा, बिहार से काशी घूमने आए परिवार के लिए बने मसीहाउपराष्ट्रपति ने लिखा, दशाश्वमेध घाट पर प्रकृति और संस्कृति का सुंदर संगम देखकर मन अभिभूत हो गया. गंगा की तटों पर भारत की आत्मा का जीवंत रूप दिखता है. उत्तर में हिमालय से बंगाल की खाड़ी के पर्यंत गंगा जी ने अपने जल से सबको सींचा है. दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की मंत्रमुग्ध कर देने वाली आरती का आयोजन करने वाली गंगा सेवा निधि संस्था के सेवकों को मेरी तरफ से शुभकामनाएं. मां गंगा सबका कल्याण करें.
Also Read: Kashi Vishwanath Dham: सोने से मढ़ा गया बाबा का गर्भगृह, जानिए कितने किलो लगा गोल्डशुक्रवार को अपने दौरे के दूसरे दिन काशी विश्वनाथ धाम और काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दर्शन और पूजन के बाद उपराष्ट्रपति करीब 11 बजे पड़ाव स्थित पं. दीन दयाल उपाध्याय स्मृति स्थल पहुंचे. यहां स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल की विशालकाय प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उपराष्ट्रपति ने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किए. उपराष्ट्रपति पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन में 3D मॉडल एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन चरित्र पर तैयार 3D पिक्चर का भी अवलोकन किया. इस अवसर पर उपराष्ट्रपति को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रतिमा को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया.
इस दौरान उन्होंने विजिटर बुक में अपना संदेश लिखते हुए भाव प्रकट किया कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय भारत के संस्कृति व राजनीति के प्रणेता रहे हैं. वे एक कुशल संगठनकर्ता, लीडर, दार्शनिक के रूप में सभी के प्रेरणादायक रहे हैं. उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा दी. वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे.
इसके बाद उपराष्ट्रपति ने संग्रहालय का भ्रमण किया. वीडीए के अधिकारियों ने उन्हें पूरे पार्क की जानकारी दी. इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ सहित कमिश्नर दीपक अग्रवाल,जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी मौजूद रहे.
रिपोर्ट – विपिन सिंह