फिल्म सैम बहादुर इनदिनों जी 5 पर स्ट्रीम हो रही है. विक्की कौशल अभिनीत इस फिल्म में अभिनेत्री फातिमा सना शेख पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आ रही हैं. फातिमा खुद को लकी मानती हैं कि सैम बहादुर जैसी फिल्म का वह हिस्सा बनी. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
इस फिल्म को हां कहने के लिए आपके लिये सबसे ज़्यादा अपीलिंग क्या रहा?
इस फिल्म में मेरे लिए सबसे ज़्यादा अपीलिंग मेघना गुलज़ार का नाम था . मुझे उनके साथ फिल्म करना था और दूसरा इंदिरा गाँधी जी के किरदार को लेकर जो उनका अप्रोच था. वो काफ़ी अलग था. अब तक इस किरदार को परदे पर प्रोस्थेटिक के ज़रिये ही दर्शाया गया था, लेकिन मेघना ये नहीं चाहती थी. यही उनकी काबिलियत को दर्शाता है. वह बने बनाये नियमों पर नहीं चलती हैं , बल्कि उन्हें तोड़कर खुद अपने नियम बनाना चाहती हैं. वह चेहरे से ज़्यादा इंदिरा गांधी जी की स्पिरिट को पकड़ना चाहती थी. एकदम रीयलिस्टिक ह्यूमन अप्रोच को मेघना रखना चाहती थी.
यह किरदार आपके लिये क्या चुनौती लेकर आया था ?
मेघना गुलजार के साथ जब आप काम करते हैं, तो लाइफ आपके लिए बहुत आसान हो जाती है. वे सारा रिसर्च खुद से करके आती हैं. उन्हें पता है कि उन्हें क्या चाहिए. फिल्म में कितने सारे आइकॉनिक किरदार हैं, लेकिन हर एक पर उनकी बारीक नज़र थी. इंदिरा गाँधी जी की छवि लार्जर देन लाइफ की रही है. हमेशा उन्हें परदे पर स्ट्रांग प्रोजेक्ट किया गया है. वो स्ट्रांग थी लेकिन हमेशा से नहीं उनमें भी एक तरह की वनरेबिलिटी थी . आप अपनी उम्र और अनुभवों से मज़बूत बनते हैं. मेघना ने मुझे वनरेबिलिटी के करीब रहकर इस किरदार को करने को कहा. मैंने वही किया.
फिल्म को हां कहते हुए असुरक्षा की भावना नहीं थी कि ये विक्की की फिल्म है ?
इस फिल्म को मैंने ऐसे सोचकर साइन नहीं किया. मैं खुद को खुदकिस्मत कहूंगी कि इतने बड़े निर्देशक के साथ काम करने का मौका मिला. यह फिल्म हमारे देश के महत्वपूर्ण शख्स में से एक सैम मानेकशॉ को सेलिब्रेट करती है. उन्होंने हमारे लिए कितना कुछ किया है. डायरेक्टर,प्रोड्यूसर और एक्टर्स सभी ख़ास हैं. इसके साथ ही इस फिल्म से बहुत ही स्पेशल नरेटिव का हिस्सा बन रही थी. यह सब पहलू मुझे असुरक्षित नहीं होने दे रहे थे.
विक्की कौशल के साथ को किस तरह परिभाषित करेंगी?
मुझे लगता है कि विक्की मौजूदा दौर के बेहतरीन एक्टर्स में से एक हैं. वह बहुत ज़्यादा सफलता का हकदार है, क्योंकि वह बेस्ट है. जिस तरह से वह अपने किरदार में रच बस जाता है, वह आपको सीखना चाहिए. आप अगर गौर करेंगे तो वह अपनी पिछली फिल्म से 100 गुना बेहतर रहता है. यह अभिनेता के तौर पर उसके रेंज को दर्शाता है.
सैम के साथ एनिमल भी रिलीज़ हुई थी ,टिकट खिड़की पर कमाई के लिहाज से काफी आगे निकल गयी थी?
मैं बॉक्स ऑफिस नंबर्स पर ध्यान नहीं देती हूं. दोनों ही फिल्में एक दूसरे से काफी अलग थी और दोनों को ही दर्शकों का प्यार मिला. हमारे लिए वही मायने रखता है.
यह फिल्म देश के सबसे बड़े सेना नायक के जीवन को सेलिब्रेट करती है, आपके जीवन का नायक कौन रहा है?
मेरे लिए हीरो मेरा परिवार है. जिन्होंने हर मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया है. आज मैं जो कुछ भी हूं. उनकी वजह से हूं.
आपने बाल कलाकार के तौर पर अपनी शुरुआत की है क्या कभी लगता है कि आपने कुछ मिस किया है?
मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ मिस किया है. मैं स्कूल जाना पसंद नहीं करती थी और मेरे एक्टिंग प्रोजेक्ट्स की वजह से मैं स्कूल नहीं जाती थी, तो मुझे कोई शिकायत नहीं बल्कि खुशी है.
फिल्म दंगल ने आपको एक खास मुकाम दिया था, लेकिन उसके बाद आपका कैरियर उस सफलता को नहीं दोहरा पाया, क्या अच्छे ऑफर्स नहीं मिले?
जो भी मुझे मिल रहा है. मैं उसे कर रही हूं. क्या नहीं मिल रहा है. इसके बजाय मैं ये सोचना चाहती हूं कि जो मुझे प्यार और सम्मान मिल रहा है. मैं उस पर फोकस करना चाहूंगी.
आनेवाले प्रोजैक्ट्स
मेट्रो इन-दिनों के अलावा एक शो है और एक फिल्म भी है.