अतीक-अशरफ हत्याकांड: तीनों आरोपियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई पेशी, कोर्ट ने 12 मई तक बढ़ाई कस्टडी
पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में तीनों आरोपियों को आज प्रयागराज सीजेएम कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. अदालत ने तीनों आरोपियों को 12 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
प्रयागराज : पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में तीनों आरोपियों को आज प्रयागराज सीजेएम कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. जिसके बाद कोर्ट ने तीनों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य आरोपियों की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है. अदालत ने तीनों आरोपियों को 12 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जिसके बाद उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पुलिस ने सुरक्षा कारणों से कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही पेशी कराई. तीनों आरोपी अभी प्रतापगढ़ की जिला जेल में बंद है, इस मामले की जांच कर रही एसआईटी 4 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर पहले ही पूछताछ कर चुकी है, जिसके बाद अब एक बार फिर से इनकी कस्टडी बढ़ा दी गई है.
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
गौरतलब है कि 15 अप्रैल की रात को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी गई थी जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था. तीनों आरोपी मीडिया कर्मी बनकर वहां पहुंचे थे. जिसके बाद उन्होंने तबाड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में ही हत्या कर दी थी. इस दौरान करीब 20 राउंड फायरिंग की गई, जिसके बाद तीनों ने बदूंक फेंककर मौके पर ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था.
पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा
इस बीच माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्यारों से पुलिस पूछताछ में लगातार खुलासे हो रहे हैं। अब जांच में सामने आया है कि अतीक का हत्यारा सनी, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित था. इस बात का खुलासा शूटर सनी ने हत्या के बाद पुलिस पूछताछ में किया था. जानकारी के मुताबिक आरोपियों में से एक सनी, अतीक और अशरफ की हत्या कर अपराध की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई की तरह अपना नाम बड़ा करना चाहता था. आरोपी सनी पश्चिमी यूपी के कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी गैंग का सदस्य था.
वहीं सनी ने एसआईटी को बताया है कि वह पहले हमीरपुर में छोटे मोटे अपराध करता था. लेकिन जितेंद्र गोगी ने उसे हमीरपुर से दिल्ली बुलाया और जिगाना पिस्टल देकर अपने दुश्मन टिल्लू ताजपुरिया को मारने की जिम्मेदारी दी थी. इसी वारदात के लिए गोगी ने उन्हें तुर्की मेड जिगाना पिस्टल दिए थे. लेकिन टिल्लू पर हमले से पहले खुद टिल्लू ने ही रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या कर दी. इस घटना के बाद सनी भी फरार हो गया और बांदा में छिपकर रहने लगा था.