Loading election data...

बनारस में कुपोषण की शिकार बच्ची का वीडियो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप, प्रशासन ने लिया ये एक्शन

Varanasi News: पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक गांव की बच्ची का वीडियो वायरल हो रहा था जिसमे एक सोशल एक्टिविस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि बच्ची कुपोषण का शिकार हैं. इस मामले पर तत्काल डीएम कौशलराज शर्मा ने संज्ञान लेते हुए सम्बंधित गांव में स्वाथ्य विभाग की टीम को जांच हेतु भेजा

By Prabhat Khabar News Desk | March 1, 2022 1:34 PM

Varanasi News: वाराणसी में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुपोषण की शिकार बच्ची के वीडियो पर संज्ञान लेते हुए डीएम कौशल राज शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग की टीम उस गाँव मे भेजकर बच्ची का पूरा मेडिकल मुआयना करवाया. जांच के बाद पता चला कि वो बच्चीकुपोषण से नही बल्कि किडनी की समस्या से ग्रस्त है. डीएम ने मानवता दिखाते हुए स्वास्थ अधिकारीयो को बालिका को जल्दी स्वस्थ करने हेतु उसका अस्पताल में निशुल्क इलाज शुरू करने का आदेश दिया है.

पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक गांव की बच्ची का वीडियो वायरल हो रहा था जिसमे एक सोशल एक्टिविस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि बच्ची कुपोषण का शिकार हैं. इस मामले पर तत्काल डीएम कौशलराज शर्मा ने संज्ञान लेते हुए सम्बंधित गांव में स्वाथ्य विभाग की टीम को जांच हेतु भेजा जहाँ पता चला कि बच्ची किडनी की समस्या से जन्मजात ही ग्रस्त हैं. दरअसल पुरा मामला ये है कि जिला अधिकारी कौशल राज शर्मा को ट्वीट पर एक जानकारी मिली कि सेवापुरी ब्लॉक के चित्रसेनपुर गाँव मे एक मुसहर समुदाय की बच्ची सोनी को कुपोषण की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो रही है.

लगतार चुनावी तैयारियों में व्यस्त रहने वाले डीएम ने तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को चित्रसेनपुर गाँव भेजा. डीएम ने बताया कि वीडियो में किया गया यह दावा कि बच्ची कुपोषण का शिकार हैं यह गलत है. हमने सोनी 14 वर्षीय बालिका जो चित्रसेनपुर गांव सेवापुरी ब्लॉक की हैं उनके पास डॉक्टरों के साथ एम्बुलेंस तत्काल भेजा. घर के लोगों ने उसे अस्पताल भेजने से मना कर दिया लेकिन उन्हें समझा कर बालिका को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में एम्बुलेंस से लाया गया. बालिका के मेडिकल टेस्ट कराए जा रहे हैं। उसे क्रोनिक किडनी की बीमारी पाई गई है जो संभवतः जन्म से है, इससे उसका बॉडी मॉस कम है और हड्डियां कमजोर हैं जिससे उसके उठने बैठने में भी दिक्कत है.

इससे उसमे पैरालिसिस जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। जिला अधिकारी ने बताया कि सोनी का आवश्यक उपचार शुरू कर दिया गया है. माल न्यूट्रिशन की वजन से इस बालिका की ऐसी स्थिति बताई गई थी परंतु मेडिकल परीक्षण में कारण दोनों किडनियो के काफी हद तक समस्या ग्रस्त होना पाया गया. माल न्यूट्रिशन का कारण नहीं पाया गया और ट्वीट का यह वाक्य गलत पाया गया. चेक कराने पर इनके घर के और आस पास के लोगों का निशुल्क राशन कार्ड बना होना और पिछले सभी महीनों में गेहूं, चावल, खाद्य तेल, चना, नमक आदि मिलना पाया गया. इसके बावजूद गांव के इस मजरे के घरों में अतिरिक्त खाद्य सामग्री दिलाई जा रही है. बालिका को जल्दी स्वस्थ करने हेतु उसका अस्पताल में निशुल्क इलाज शुरू करा दिया गया है.

रिपोर्ट – विपिन सिंह

Next Article

Exit mobile version