HEALTH CARE : एक स्वस्थ जीभ का आकार गोल, सिमिट्रल होना चाहिए. यह आम तौर पर हल्का गुलाबी होता है, हालांकि अफ्रीकी, एशियाई और भूमध्यसागरीय आबादी में इसमें थोड़ा बैंगनी या भूरा रंग हो सकता है इसमें सफेद कोटिंग हो सकती है . ये कोटिंग केराटिन नामक एक कठिन प्रोटीन से आती है, जो खाने के दौरान आपकी जीभ को खरोंचने से बचाने में मदद करती है. ऐसे में आप खुद से भी अपने जीभ के रंग से अपनी सेहत का अंदाजा लगा सकते हैं. भूरी या काली जीभ : भूरी या काली जीभ एक ऐसी स्थिति का संकेत देती है जिसे ‘काले बालों वाली जीभ’ कहा जाता है. ऐसा तब होता है जब पैपिला बहुत लंबा हो जाता है. इन छोटे-छोटे उभारों को आम तौर पर बढ़ने का ज़्यादा मौका नहीं मिलता क्योंकि ये आपके मुँह की सारी गतिविधियों के साथ नियमित रूप से निकल जाते हैं. यदि वे बढ़ते हैं, तो वे बैक्टीरिया और खाद्य रंगों के मिश्रण को फँसा सकते हैं, जिससे उनका रंग भूरा या काला हो जाता है. जोखिम कारकों में एंटीबायोटिक्स या एंटीहिस्टामाइन लेना, धूम्रपान, शुष्क मुंह, अत्यधिक मात्रा में कॉफी या काली चाय पीना, या खराब मौखिक स्वच्छता शामिल है.
Also Read: Personality Traits : ये संकेत आपके व्यक्तिव को करते हैं भीड़ से अलग
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.