WB News: ट्राम के भविष्य पर विस स्पीकर ने व्यक्त की अपनी चिंता, सरकार से परिचालन बंद न करने का किया अनुरोध
पश्चिम बंगाल के विधानसभा स्पीकर विमान बनर्जी ने ट्राम के भविष्य पर अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने सरकार से अनुरोध भी किया है कि वह ट्राम का परिचालन बंद न करें.
कोलकाता. कोलकाता की विरासत ट्राम आज खस्ताहाल हो चुकी है. अब ट्राम के अस्तित्व भी खतरे में है. ऐसे में मंगलावर को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने सदन में ट्राम के भविष्य के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की. उन्होंने राज्य सरकार से अनुरोध किया कि स्थिति चाहे जो भी हो, पर कोलकाता की पारंपरिक ट्राम के परिचालन के बंद नहीं किया जाये. सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद अध्यक्ष ने यह अनुरोध किया.
मेयर ने कहा ट्राम बंद नहीं होने दिया जाएगा
उस वक्त राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती सदन में अनुपस्थित थे. इसलिए अध्यक्ष ने सीधे कोलकाता के मेयर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम से यह अनुरोध किया. जिसके जवाब में मेयर ने आश्वासन दिया कि ट्राम को बंद नहीं होने दिया जायेगा. ज्ञात हो कि 24 फरवरी, 1873 को कलकत्ता में पहली बार घोड़ों द्वारा खींची जाने वाली ट्राम का परिचालन किया गया था. समय के साथ ट्राम शहर की विरासत का हिस्सा बन गयी, पर अब ट्राम महानगर ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए इतिहास का हिस्सा बनती जा रही है.
पश्चिमी देशों में बढ़ रहा है ट्राम का उपयोग
वहीं ट्राम आज भी कई यूरोपीय देशों में सार्वजनिक परिवहन के साधनों में से एक है. क्योंकि यह डीजल से चलने वाली बसों की तरह काला धुआं नहीं छोड़ती. इसलिए, पश्चिमी देशों में ट्राम का महत्व दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. लेकिन कोलकाता में इसके ठीक उलट हो रहा है. 40 ट्राम रूटों से घट पर अब मात्र दो रूट पर ट्राम को चलाया जा रहा है. ट्राम का परिचालन करने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी कहते है कि, नाम के वास्ते ट्राम चलायी जा रही है. विधानसभा के अध्यक्ष बिमन बनर्जी ने ट्राम की दुर्दशा पर भी सवाल किया. उन्होंने इस विषय को लेकर मेयर को राज्य के परिवहन मंत्री से बात करने के लिए भी अनुरोध किया.
150 साल पुरानी हुई कोलकाता की ट्राम
विमान बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि कोलकाता की ट्राम अब 150 साल पुरानी हो गयी है. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वह देखें कि ट्राम कोलकाता में जारी रहे. विमान ने कहा कि ट्राम से पश्चिम बंगाल और कोलकाता के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. इसलिए सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और कोलकाता में ट्राम सेवा चालू रखनी चाहिए. विधानसभा में स्पीकर के अनुरोध के बाद कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि वह कुछ दिनों के लिए सरकार में परिवहन मंत्री के प्रभारी थे. उसी अनुभव के आधार पर कह रहे हैं कि ट्राम बंद करने का सरकार का कोई इरादा नहीं है.
सरकार नहीं करना चाहती है ट्राम को बंद
फिरहाद के शब्दों में, सरकार कोलकाता शहर में ट्राम चलाने के पक्ष में है. लेकिन ट्रैफिक जाम के कारण कुछ जगहों पर ट्राम को बंद करना पड़ा. मेट्रो रेल के काम के लिए कुछ जगहों पर ट्राम को बंद करना पड़ा है. लेकिन सरकार ने ट्राम बंद करने के बारे में कभी नहीं सोचा. कुछ जगहों पर लाइन खराब हो गयी है. लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया, “सरकार का ट्राम को रोकने का कोई इरादा नहीं है.”
सरकार क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत करने की कोशिश कर रही है. फिलहाल ट्राम केवल दो रूटों पर चल रही है. वर्तमान में ट्राम केवल धर्मतला-गरियाहाट और बालीगंज-टॉलीगंज रूट पर चल रही है. हालांकि, परिवहन विभाग के एक सूत्र के मुताबिक इन दोनों रूटों में दो नये रूट जोड़े जा सकते हैं. ऐसे में धर्मतला-खिदिरपुर और धर्मतला-श्यामबाजार के बीच फिर से ट्राम की आवाजाही शुरू हो सकती है. धर्मतला-खिदिरपुर मार्ग को विरासत मार्ग के रूप में जाना जाता है.