भवन निर्माण विभाग का इंजीनियर रिश्वत लेते गिरफ्तार, तलाशी के दौरान विजिलेंस ने बरामद किये आभूषण और नकदी
निगरानी ब्यूरो की टीम ने शनिवार को छपरा शहर स्थित भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार को 1.30 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. अधीक्षण अभियंता का कार्यालय सारण के जिला पदाधिकारी के आवास के सामने आइबी (निरीक्षण भवन) में है. कार्रवाई करने वाली निगरानी ब्यूरो की टीम में सात सदस्य शामिल थे. लगभग तीन बजे विजिलेंस की टीम अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पहुंची. इस दौरान कार्यालय के सभी कर्मियों को सावधान होकर अपने-अपने स्थान पर बैठे रहने की हिदायत दी गयी. उसके बाद टीम ने अधीक्षण अभियंता के कक्ष में प्रवेश किया और रिश्वत लेने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद निगरानी की टीम आरोपित अधीक्षण अभियंता को अपने साथ पटना ले गयी.
निगरानी ब्यूरो की टीम ने शनिवार को छपरा शहर स्थित भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार को 1.30 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. अधीक्षण अभियंता का कार्यालय सारण के जिला पदाधिकारी के आवास के सामने आइबी (निरीक्षण भवन) में है. कार्रवाई करने वाली निगरानी ब्यूरो की टीम में सात सदस्य शामिल थे. लगभग तीन बजे विजिलेंस की टीम अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पहुंची. इस दौरान कार्यालय के सभी कर्मियों को सावधान होकर अपने-अपने स्थान पर बैठे रहने की हिदायत दी गयी. उसके बाद टीम ने अधीक्षण अभियंता के कक्ष में प्रवेश किया और रिश्वत लेने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद निगरानी की टीम आरोपित अधीक्षण अभियंता को अपने साथ पटना ले गयी.
अधीक्षण अभियंता के खिलाफ इंद्रजीत कुमार सिंह ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में 12 मार्च को शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें उन्होंने अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार पर 2019-20 में छपरा जिला स्थित सेल्स टैक्स विभाग के सरकारी भवन के नवीकरण के लिए पुनरीक्षित प्राक्कलन की तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने के एवज में तीन लाख रुपये रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी.
ब्यूरो के सत्यापन में आरोप सही पाये जाने के बाद निगरानी थाने में कांड सं0-13/2021 दर्ज कर अनुसंधानकर्ता डीएसपी सुरेंद्र कुमार मौआर के नेतृत्व में एक धावा दल का गठन किया गया. इसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार को एक लाख तीस हजार रुपये रिश्वत लेते उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद अधीक्षण अभियंता के पटना स्थित आवास पर तलाशी के दौरान अब तक दस लाख रुपये नकद समेत सोना-चांदी के आभूषण आदि बरामद हुए हैं. निगरानी ब्यूरो की तलाशी की कार्रवाई जारी है. भवन निर्माण विभाग ने भी इस पर संज्ञान लेते हुए अधीक्षण अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने की बात कही है.
वहीं, भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता की गिरफ्तारी को लेकर पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य लोगों में चर्चाएं चलती रहीं. इसके पहले भी सारण के तत्कालीन जिला सहकारिता पदाधिकारी आरके शर्मा, तत्कालीन जिला कृषि पदाधिकारी, इसुआपुर थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष, समाहरणालय के कोषागार के तत्कालीन क्लर्क, एमडीएमएस के एक पदाधिकारी समेत दर्जन भर कर्मचारियों को निगरानी गिरफ्तार कर चुकी है. रिश्वत मांगने से संबंधित कोई भी शिकायत होने पर कार्यालय अवधि में निगरानी ब्यूरो के मोबाइल 7765953261 पर संपर्क किया जा सकता है.