कोडरमा : बिजली नहीं, तो पानी नहीं की बात पर अड़े ग्रामीण, जानिए क्या है पूरा मामला

डीवीसी कर्मियों ने ग्रामीणों पर कार्यालय में तोड़-फोड़ का आरोप लगाते प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर तिलैया डैम ओपी में आवेदन दिया था. वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों की ओर से सविता देवी ने भी तिलैया डैम ओपी में आवेदन देकर डीवीसी पावर सब स्टेशन कार्यालय कर्मियों पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 8, 2023 12:18 AM

कोडरमा : 10 दिनों से ज्यादा समय से बिजली नहीं रहने से नाराज कांटी व तिलैया बस्ती के ग्रामीणों ने दूसरे दिन गुरुवार को भी तिलैया डैम इंटेकवेल से डीवीसी केटीपीएस में होने वाले पानी सप्लाई को बंद रखा. ग्रामीण दिनभर हो रही बारिश में भी इंटेकवेल प्लांट के पास अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे रहे. हालांकि, समाचार लिखे जाने तक धरना के दूसरे दिन भी न डीवीसी के कोई अधिकारी और न ही जिला प्रशासन के कोई पदाधिकारी मौके पर ग्रामीणों से वार्ता के लिए पहुंचे. ग्रामीणों की मांग है कि जब तक बिजली बहाल नहीं होगी, तब तक केटीपीएस प्लांट में होने वाले पानी की सप्लाई को अनिश्चितकाल के लिए बंद रखा जायेगा़ धरना में कोलुआकला की मुखिया मंगल देव यादव, कांटी मुखिया सरस्वती देवी, रामलखन यादव, रघबीर, सीता राम, सहदेव राम, दिनेश राम, नकुल कुमार, यशपाल यादव, बबीता देवी, टेकनी देवी समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल थे. ज्ञात हो कि बिजली बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीण चार दिसंबर को डीवीसी हाइडल कार्यालय में पहुंचे थे और हंगामा व प्रदर्शन किया था.


डीवीसी कर्मियों ने ग्रामीणों पर लगाया ये आरोप

डीवीसी कर्मियों ने ग्रामीणों पर कार्यालय में तोड़-फोड़ का आरोप लगाते प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर तिलैया डैम ओपी में आवेदन दिया था. वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों की ओर से सविता देवी ने भी तिलैया डैम ओपी में आवेदन देकर डीवीसी पावर सब स्टेशन कार्यालय कर्मियों पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने, गाली-ग्लौज करने, जाति सूचक समेत कई अन्य गंभीर आरोप लगाये है. आवेदन में सविता देवी (पति अमर दास, तिलैया बस्ती पो तिलैया डैम, थाना बरही, हजारीबाग निवासी) ने कहा है कि तिलैया बस्ती डीवीसी तिलैया डैम द्वारा विस्थापित व प्रभावित मौजा है. विस्थापन नीति में आरआर पॉलिसी के तहत विस्थापित व प्रभावित मौजा के अलावा प्रभावित गांव व 10 किमी की एरिया में कंपनी द्वारा बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा आदि की सुविधा मिलती रही है. इसी के तहत उक्त मौजा के ग्रामीण 30 से 35 सालों से बिजली इस्तेमाल करते आ रहे हैं, लेकिन 10 दिनों से हमलोगों के गांव की बिजली काट दी गयी है, जिससे पूरा गांव अंधेरे में है़ इसको लेकर कुछ महिलाएं तिलैया डैम थर्मल पावर सब स्टेशन कार्यालय पहुंच कर जानकारी लेने गयी, तो दूसरे दिन बिजली दे देने का आश्वासन दिया गया, लेकिन दो दिनों तक बिजली न आने पर चार दिसंबर को पुन: कार्यालय पहुंची, तो कार्यालय कर्मी लखन यादव, बिरसा मुर्मू, मनोज यादव, पंकज कुमार ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज व जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए हटने को कहा. हम महिलाएं नहीं हटीं, तो उनके द्वारा सीता देवी, चंपा देवी,कौशल्या देवी, बबीता देवी, सरोज देवी के साथ मारपीट कर धक्का दे दिया गया.

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