WB News: खेती की जमीन के ऊपर से हाई टेंशन तार ले जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश, सरकार पर लगाया यह बड़ा आरोप

पानागढ़ इंडस्ट्रियल बेल्ट के पास से सवाई मौजा के कांकसा भूमि मालिको के जमीन के ऊपर से हाई टेंशन तार गुजरने पर ग्रामीणों में आक्रोश है. जमीन के मालिक सरकार पर बड़ा आरोप भी लगा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2023 2:07 PM

पानागढ़, मुकेश तिवारी. पानागढ़ इंडस्ट्रियल बेल्ट के पास मौजूद सवाई मौजा के कांकसा के भूमि मालिकों ने बिना किसी अग्रिम सूचना और भूमि अधिग्रहण नहीं किए जाने के बाद भी उनके खेतिहर भूमि के ऊपर से हाईटेंशन विद्युत तार और पोल ले जाने के प्रतिवाद का मामला तुल पकड़ने लगा है. स्थानीय भूमि मालिकों का मौजूदा सरकार और स्थानीय विद्युत विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है.

ग्रामीणों ने किया विरोध

बताया जाता है की दो दिन पूर्व ही स्थानीय किसान मालिकों ने सवाई ग्राम के पास से हाईटेंशन तार कृषि भूमि से ले जाने का प्रतिवाद करते हुए उक्त कार्य को बाधा पहुंचाते हुए इसे बंद कर दिया था. जमीन मालिकों का साफ आरोप था कि बिना उनके परमिशन के बिना उनसे कोई बातचीत न कर जबरन उनके कृषि भूमि के ऊपर से 1लाख 32 हजार वोल्ट का हाईटेंशन तार कैसे लेकर जाया जा रहा था. इस बाबत उन्हें कोई अग्रिम सूचना तक नहीं दी गई .ना कोई नोटिस जारी किया गया. ना उनके जमीन से ले जाने वाले विद्युत कार्य को करने वाले ठेकेदार ने ही कोई बातचीत की.

किसानों ने सरकार पर लगाया आरोप

सीधे कृषकों की भूमि के बीचो बीच से हाईटेंशन तार ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी .जिसका प्रतिवाद स्थानीय भूमि मालिक और किसानों ने किया. इस मामले को लेकर स्थानीय किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार बिना भूमि अधिग्रहण किए ही ठिकेदार संस्था द्वारा हमारी खेतिहर जमीन के बीचों बीच से हाई टेंशन विधुत तार और पोल गाड़ने की कोशिश की है. बिना किसी बातचीत और अग्रिम नोटिस के बगैर ही यह काम किया जा रहा था. हम लोगों ने काम बंद कर दिया है. जबतक इस दिशा में बातचीत नही हो जाती तब तक यहां हाई टेंशन विधुत तार और पोल नही लगाने दिया जाएगा.

किसानों ने कहा हमसे नहीं की गई बातचीत

स्थानीय भूमि मालिकों का आरोप है की शासक दल के इशारे पर ही यह सब कुछ हो रहा है और पुलिस हमें इस कार्य को रोकने से मनाही के लिए धमकी दे रही है. इस घटना को लेकर स्थानीय भूमि मालिकों किसानों में आक्रोश व्याप्त है. यह मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है. स्थानीय किसानों भूमि मालिकों का कहना है कि हम विकास के कार्य में बाधा नहीं दे रहे हैं. लेकिन विकास के साथ-साथ हमारे कृषि जमीन के ऊपर से जो हाईटेंशन तार जा रहा है इस बाबत हमसे कोई बातचीत नहीं की गई और न कोई अग्रिम सूचना ही दी गई.

ग्रामीणों को है खतरे का अंदेशा

हमारी जमीन से गुजर रहे हाईटेंशन तार के कारण हम लोगों को जो खतरा उत्पन्न होगा, उसका कौन ध्यान रखेगा .ना ही हमारे जमीन से गुजर रहे हाईटेंशन तार के बाबत हमें कोई मुआवजा ही दिया गया. स्थानीय भूमि मालिकों का आरोप है की जबतक हम भूमि मालिकों से संबंधित विभाग के अधिकारी बातचीत कर मुआवजा तय नहीं करते है तब तक यह हाई टेंशन विधुत तार का कार्य हम नही होने देने. इधर मामले को लेकर कांकसा ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष भानू प्रसाद भट्टाचार्य ने कहा की विकास के कार्य में कोई बाधा पड़े हम नही चाहते है.

किसानों को कोई समस्या है तो हमलोग करेंगे बातचीत

यदि स्थानीय किसानों और भूमि मालिकों की कोई समस्या है तो हम लोग बातचीत कर उक्त समस्या का हल करेंगे. इधर पश्चिम बंगाल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट विभाग के एक अधिकारी सोमनाथ भट्टाचार्य ने कहा कि उन्हें नहीं पता की कौन लोग हाईटेंशन विधुत तार लेकर जा रहे है. स्थानीय किसानों और भूमि मालिकों से क्या ठेकेदार संस्था ने बातचीत की है की नही. उन्होंने कहा की वे भी मामले को लेकर जांच पड़ताल करते है. घटना को लेकर भाजपा जिला पार्टी उपाध्यक्ष रमन शर्मा ने कहां की राज्य में कानून का राज नही बल्कि शासक का राज कानून पर चल रहा है. यही कारण है की यह दशा है. बिना किसी प्लानिंग के कार्य किया जाता है.स्थानीय भूमि मालिकों और किसानों का कहना जायजा है.

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