पश्चिमी सिंहभूम में अप्रोच रोड की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर ही लगाई चौपाल

पश्चिमी सिंहभूम के आनंदपुर प्रखंड में अप्रोच सड़क बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह डुमिरता में मनोहरपुर-कोलेविरा मुख्य सड़क जाम कर दिया. जिसके कारण यातायात व्यवस्था बदहाल हो गयी है. फिलहाल, मामले को शांत कराने के लिए पुलिस प्रशासन पहुंची है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2023 11:36 AM
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पश्चिमी सिंहभूम, राजेश सिंह : पश्चिमी सिंहभूम के आनंदपुर प्रखंड के बेड़ातुलुंडा नाला पर अप्रोच सड़क (Approach Road) बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह डुमिरता में मनोहरपुर-कोलेविरा मुख्य सड़क जाम कर दिया. सुबह 7 बजे लगभग 3 सौ की संख्या में डुमिरता और बेड़ातुलुंडा के ग्रामीण सड़क पर बैठ गए. इसके कारण सड़क के दोनों और गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. मनोहरपुर से रांची, सिमडेगा आने-जाने वाली अंजनी, अतुल, अमन आदित्य समेत कई बस जाम में फंस गई. सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से वार्ता की. ग्रामीण अविलंब अप्रोच सड़क पर मिट्टी फिलिंग करने की मांग पर जुटे रहे. सूचना पर आनंदपुर बीडीओ जयंत जेरोम लकड़ा, थाना प्रभारी विकास दुबे जाम स्थल पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता की और मिट्टी फिलिंग का आश्वासन दिया, वावजूद ग्रामीण सड़क पर बैठे रहे.

बदले मार्ग से हुआ बसों का आवगमन

सड़क जाम स्थल डुमिरता पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता, संवेदक आदि से दूरभाष पर वार्ता की. प्रशासनिक अधिकारियों को मिट्टी फिलिंग करने का आश्वासन दिया गया वावजूद ग्रामीण नहीं माने. ग्रामीणों का कहना था कि हमें विभाग द्वारा एक वर्ष से आश्वासन दिया जा रहा है. लगभग 3 घण्टे तक जाम नहीं खुलने के कारण जाम में फंसे गाड़ी वापस चली गई और लंबी दूरी तय करते हुए वैकल्पिक मार्ग पर चली.

क्या है पूरा मामला

बेड़ातुलुंडा में दो वर्ष पहले सड़क और नाला में पुल बना था. पहली बरसात में ही पुल का अप्रोच सड़क बह गया. इससे ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी होने लगी. ग्रामीणों ने अधिकारी, जनप्रतिनिधि, विभाग से अप्रोच सड़क बनाने की गुहार लगाई लेकिन पिछले एक वर्ष से ग्रामीणों को सिर्फ आश्वाशन मिल रहा है.

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तिलोपेदा गांव का भी है यही हाल

पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र लांडुपोदा पंचायत के तिलोपोदा गांव में पिछले सात साल से डेढ़ किलोमीटर सड़क भी नहीं बन पायी है. यह खुलासा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा गठित सरकारी आश्वासन समिति के सभापति विधायक दीपक बिरुवा के नेतृत्व में सड़क निरीक्षण के दौरान हुआ था. डेढ़ किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य 2016 में शुरू हुआ था, लेकिन अब तक नहीं बन पाया. राशि की निकासी के बावजूद भी अब तक यहां सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. जिससे ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही है. इसकी शिकायत उन्होंने उपायुक्त समेत सभी को दिया था.

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लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की दी थी चेतावनी

बता दें कि इससे पहले भी सड़क निर्माण को लेकर विरोध किया है. दरअसल, पश्चिमी सिंहभूम जिले के कराईकेला बाजार स्थित एनएच-75 से लेकर बाउरीसाई मोड़ तक की सड़क काफी जर्जर है. ग्रामीणों ने बताया था कि लगभग 2000 फीट सड़क की स्थिति काफी दयनीय है. इस सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे और पानी भर गये हैं. इससे लोगों को चलने-फिरने में भी काफी दिक्कत होती है, जबकि इस सड़क को बनाने की मांग जनप्रतिनिधि से लेकर डीसी तक से ग्रामीण पहले कर चुके हैं. काफी आग्रह के बाद भी अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है, जबकि यह सड़क कई गांवों सहित सुप्रसिद्ध केरा मंदिर को जोड़ती है. यह सड़क नहीं बनने से हजारों लोग प्रतिदिन प्रभावित हो रहे हैं. अगर यह सड़क नहीं बनी तो यहां के ग्रामीण मजबूर होकर एनए-75 मार्ग जाम करेंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

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झारखंड राज्य, जो अपनी वन्य जीव संपदा, खनिज संसाधनों और जनसंख्या के विविध सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, आधुनिक सुविधाओं की ओर अग्रसर हो रहा है. विकास के इस आयाम के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, एक अच्छी और पूर्णता के साथ पहुंच मार्ग नेटवर्क का निर्माण करना जरूरी है. यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के साथ-साथ प्रदेश के विकास को भी बढ़ावा देगा. ऐसे में अप्रोच सड़क का निर्माण हो जाएगा तो लोगों को काफी सुविधा मिलेगी. लोगों को आने-जाने के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. अब देखना होगा कि आनंदपुर प्रखंड में कब तक सड़क का निर्माण होगा.

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