गिरिडीह में प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, कहा- जन्म ले रहे दिव्यांग बच्चे, जीना हो रहा दुभर
गिरिडीह में ग्रामीणों ने प्रदूषण के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. सभी ने बालमुकुंद स्पंज आयरन फैक्ट्री के मुख्य गेट के सामने धरना देकर विरोध जताया. लोगों का कहना है कि प्रदूषण के कारण इंसानों के साथ-साथ जानवरों का भी जीना दुभर हो गया है. गावं के कई बच्चे दिव्यांग जन्म ले रहे हैं.
गिरिडीह, मृणाल सिन्हा. औधोगिक क्षेत्र के चतरो गादी श्रीरामपुर में अवस्थित बालमुकुंद स्पंज आयरन फैक्ट्री से लगातार फैलाई जा रही प्रदूषण के खिलाफ आज प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों का कहना था कि फैक्ट्री से लगातार बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलाया जा रहा है जिससे आस-पास के कई गावं के लोग प्रदूषण के कारण बीमार पड़ रहे हैं.
जन्म ले रहे दिव्यांग बच्चे
ग्रामीणों ने कहा कि बालमुकुंद स्पंज आयरन फैक्ट्री से वृहद रूप से प्रदूषण फैलाया जा रहा है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ पशु-पक्षी और जानवर का भी इलाके में रहना दूभर हो गया है. प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र में दिव्यांग बच्चे पैदा हो रहे हैं. लोगों में सांस और आंख की बिमारी आम हो गयी है. कई लोग अज्ञात बीमारी कि चपेट में आ रहे है, तालाब खत्म हो चुके हैं, जंगल भी खत्म होने के कागर पर हैं.
आमरण अनशन की चेतावनी
लोगों का कहना है कि यहां प्रदूषण इतने चरम पर है कि जानवरों के चारा के लिए घास तक नहीं उग रहे हैं. जानवरों की असमय मृत्यु हो रही है. स्थानीय पर्यटक क्षेत्र उसरी जल प्रपात (वाटर फॉल) का अस्तितिव खतरे में है. पूरा क्षेत्र डस्ट से भरा हुआ है. प्रदूषण के कारण जल, जंगल, जमीन की स्थिती बहुत ही दयनीय हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द इसपर रोक नहीं लगायी गयी तो आने वाले दिनों में फैक्ट्री के बाहर आमरण अनशन तक किया जाएगा.
प्रदर्शन में ये रहे शामिल
गादी श्रीरामपुर पंचायत की मुखिया कंचन देवी, मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह, पंचायत समिति सदस्य शुभांकर कुमार, अनिल राय, उपमुखिया रंजीत राय, वार्ड सदस्य कालीचरन सोरेन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इस प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए और एक दिवसीय धरना देकर विरोध शुरू किया.